भगत सिंह की विचारधारा को अपनाने की जरूरत : मौड़
समराला, 23 मार्च (निस)
शहीद सरदार भगत सिंह की विचारधारा को केवल औपचारिक रूप से नहीं, बल्कि व्यावहारिक रूप में अपनाने की आवश्यकता है। यह विचार रविवार को शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस के अवसर पर कामरेड जगदीश बॉबी द्वारा माछीवाड़ा में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला महासचिव कामरेड डी.पी. मौड़ ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज शहीद भगत सिंह की विचारधारा पूरी दुनिया में लोकप्रिय है। उन्होंने बताया कि आज पाकिस्तान, जहां भगत सिंह को फांसी दी गई थी, वहां उस चौक का नाम भगत सिंह के नाम पर रखने की जोरदार वकालत हो रही है। उन्होंने कहा कि आज भी शहीद भगत सिंह युवाओं के रोल मॉडल हैं। उनके विचार समाज में व्यापक रूप से स्वीकार किए जा रहे हैं। कम्युनिस्ट नेता ने बताया कि भगत सिंह ने आज़ादी की लड़ाई लड़ते हुए तीन नारे दिए थे – ‘इंकलाब ज़िंदाबाद’, ‘साम्राज्यवाद मुर्दाबाद’ और ‘समाजवाद ज़िंदाबाद’। उन्होंने कहा कि जब सोवियत रूस ने सामाजिक बराबरी का यह मॉडल अपनाया, तो दुनिया भर में हलचल मच गई और बाकी देशों के लोग भी ऐसी बराबरी की मांग करने लगे। इसी अवसर पर चरण सिंह सराभा, डॉ. गुरप्रीत रतन, केवल सिंह बनवैत ने भी सभा को संबोधित किया। इससे पहले हलका विधायक जगतार सिंह दयालपुरा ने शहीद भगत सिंह के नाम पर बने पार्क का उद्घाटन किया। इस दौरान शहीद भगत सिंह पब्लिक स्कूल और हरजस पब्लिक स्कूल के बच्चों ने भगत सिंह की विचारधारा पर आधारित गीत, कविताएं और नाटक प्रस्तुत किए। इस मौके पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला महासचिव डी.पी. मौड़, क्षेत्र के प्रसिद्ध सर्जन डॉ. बलबीर सिंह, सुखसागर को सम्मानित किया गया। इसके अलावा नगर कौंसिल माछीवाड़ा के प्रधान मोहित कुंद्रा, मार्केट कमेटी के चेयरमैन सुखविंदर सिंह गिल, सदबिलहार कंग, प्रिंसिपल निरंजन कुमार, गुरप्रीत भट्टीयां, अरविंद कुमार, दीपक कुमार समेत स्कूलों के बच्चे और महिलाएं उपस्थित रहीं।