मुख्यमंत्री आवास के सामने किसानों का प्रदर्शन
संगरूर/डबवाली (लंबी), 31 मार्च (निस)
पंजाब में किसानों का गुस्सा अब सरकार के दरवाजों तक पहुंच गया है। ‘किसान मजदूर मोर्चा’ और ‘एसकेएम (गैर-राजनीतिक)’ के आह्वान पर किसानों ने सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कई मंत्रियों और विधायकों के घरों का घेराव किया। संगरूर में मुख्यमंत्री आवास के बाहर किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए।
किसान नेता काका सिंह कोटड़ा, लखविंदर सिंह औलख और सुखजीत हरदोझंडे ने कहा कि डिप्टी कमिश्नर द्वारा प्रधानमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में एमएसपी गारंटी कानून सहित आंदोलन की 12 मांगों के समाधान की अपील की गई है। किसानों ने 19 मार्च को पुलिस कार्रवाई में हुए नुकसान की भरपाई, चोरी में शामिल लोगों पर कार्रवाई और किसान नेता बलवंत बेहरामके से मारपीट करने वाले थाना प्रभारी की बर्खास्तगी की मांग उठाई।
इसके अलावा, सुनाम में आप नेता अमन अरोड़ा और संगरूर में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के आवासों का भी घेराव किया गया।
कृषि मंत्री खुड्डिया के घर का भी घेराव
डबवाली में किसानों ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से जबरन हटाए गए मोर्चों के विरोध में पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत खुड्डिया के घर का घेराव किया। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेतृत्व में भाकियू एकता उगराहां और भाकियू सिधुपुर सहित कई संगठनों के नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए। करीब चार घंटे तक मंत्री आवास की आवाजाही ठप रही, और किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसान नेताओं ने सरकार को केंद्र की नीतियों का समर्थक बताते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कॉरपोरेट घरानों के हित में काम कर रहे हैं। किसानों ने साफ कर दिया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और उग्र होगा।