9000 विद्यार्थी निजी स्कूल छोड़ सरकारी में आए
संगरूर, 7 अप्रैल (निस)
पंजाब सरकार तीन वर्षों से राज्य के सरकारी स्कूलों में सर्वोत्तम बुनियादी ढांचा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को लगातार कायम रख रही है। यह बात पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आज शिक्षा क्रांति के तहत सुनाम ऊधम सिंह वाला विधानसभा और दिड़बा क्षेत्रों के दर्जन सरकारी स्कूलों में करोड़ों रुपये की लागत के विकास कार्यों का आगाज़ करते हुए किया। अरोड़ा और चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार ने सरकारी स्कूलों को और बेहतर बनाने के लिए पंजाब शिक्षा क्रांति मुहिम शुरू की है, जिसके तहत स्कूलों में हर सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में पिछली सरकारों ने शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों क्षेत्रों को पूरी तरह भुला दिया था, लेकिन मान सरकार ने इन दोनों क्षेत्रों को विकास की मुख्य धुरी बनाया और यही कारण है कि पंजाब के सरकारी स्कूल आज शिक्षा प्रणाली और सुविधाओं के मामले में निजी स्कूलों को पीछे छोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों में 9000 से अधिक विद्यार्थी निजी स्कूलों को छोड़ कर सरकारी स्कूलों में दाखिल हुए हैं और यह इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि मान सरकार पंजाब के सरकारी स्कूलों की कायापलट करके नया पंजाब बना रही है, जहां पढ़ाई के लिए अनुकूल माहौल, अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली, स्कूली अध्यापकों की पढ़ाने की शैली को सुधारने के लिए विदेशों के शैक्षणिक दौरे, स्कूलों में पढ़ाई के लिए वाई-फाई सुविधा, स्कूलों की चारदीवारी, सुरक्षा गार्ड, नए क्लासरूम का निर्माण, विद्यार्थियों के लिए स्वच्छ शौचालय, खेल के मैदान, स्वच्छ पेयजल, अध्यापकों की नियमित भर्ती और हर जरूरत को पूरा करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए गए बेहतरीन शैक्षणिक माहौल के कारण ही पंजाब के सरकारी स्कूलों के 189 विद्यार्थियों ने जेईई की परीक्षा पास कर नाम कमाया है, जिनमें सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बडरुखा का प्रतिभाशाली विद्यार्थी रोशन कुमार भी शामिल है।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि प्रदेश में लगभग 20,000 सरकारी स्कूल हैं और हर सरकारी स्कूल की कायाकल्प के लिए मान सरकार ने ‘पंजाब शिक्षा क्रांति’ की शुरुआत की है। उन्होंने बताया कि इस मुहिम के तहत अब तक करीब 12,000 स्कूलों का रूपांतरण कार्य पूरा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों द्वारा शिक्षा क्षेत्र को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया, लेकिन आम आदमी पार्टी सरकार ने अपने पहले ही बजट में शिक्षा क्षेत्र का बजट लगभग 57 प्रतिशत बढ़ाया था। इस अवसर पर उन्होंने गांव कमालपुर के हाई स्कूल में 41.19 लाख रुपये, गांव मौडा के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल में 13.65 लाख रुपये और कॉमरेड भीम सिंह स्कूल ऑफ एमिनेंस, दिडबा में 53.77 लाख रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ किया।