युवाओं का नशे की ओर बढ़ना समाज के लिए बेहद हानिकारक
रादौर, 17 मार्च (निस)
गांव बुबका में आर्य समाज का दो दिवसीय वार्षिक उत्सव संपन्न हो गया। वेदों के प्रकांड विद्वान और गुरुकुल कुरुक्षेत्र के संगीताचार्य जयपाल आर्य ने पूरी वैदिक रीति से हवन सम्पन्न करवाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान राजबीर आर्य व आर्य समाज बुबका के संरक्षक सेवाराम आर्य ने की। कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित उत्तर प्रदेश के महान शिक्षाविद नाथी राम काम्बोज व चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति डॉ़ बलदेव राज कांबोज मुख्यतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यतिथि नाथी राम ने कहा कि आर्य समाज के संस्कारों को अपनाकर देश उन्नति कर सकता है। आज की युवा पीढ़ी नशे की और बढ़ रही है जो समाज के लिए हानिकारक है। आज के समय मे अधिक से अधिक युवाओं को आर्य समाज के संस्कारों से जुड़ना चाहिए। संस्कारों से जुड़कर ही आज के युवा भारतीय संस्कृति को उसकी पुरानी पहचान दिलवा सकते है। उन्होंने समाज मे मृत्युभोज जैसी बुराई को दूर करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा वेदों में कहीं भी मृत्युभोज का उल्लेख नहीं है। आर्य समाज के लोगों को इस बुराई को दूर करने के लिए जनजागरण अभियान चलाना चाहिए।