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अविश्वास प्रस्ताव खारिज, विपक्ष का वॉकआउट

11:38 AM Aug 12, 2022 IST
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ज्ञान ठाकुर/निस

शिमला, 11 अगस्त

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हिमाचल प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव आज सदन ने ध्वनिमत से खारिज कर दिया। इससे पूर्व अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए कम समय दिए जाने के विरोध में विपक्ष ने पहले सदन में जोरदार हंगामा किया और फिर सदन से वॉकआउट कर पूरा विपक्ष बाहर चला गया। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में कहा कि उनकी सरकार ने पुरानी पेंशन बहाली का मामला केंद्र सरकार से उठाया है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष द्वारा उनकी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में कोई दम नहीं था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ओपीएस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर रही है और इसके लिए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है, ताकि कोई रास्ता निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जितनी सरलता से ओपीएस बहाली की बात कर रही है, यह मामला उतना सरल नहीं है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से उन्होंने इस मुद्दे पर व्यक्तिगत तौर पर बात की है, लेकिन ये राज्य भी ओपीएस को अभी तक बहाल नहीं कर पाए हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर कर्मचारियों को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि वह राजनीतिक मकसद से इस मुद्दे को न उठाएं। उन्होंने कर्मचारियों से भी आग्रह किया कि वे ओपीएस को राजनीतिक मकसद से न लें। जयराम ठाकुर ने कर्ज के मुद्दे पर कहा कि कांग्रेस ने ऐसे हालात पैदा किए आज ऋण लेना प्रदेश की मजबूरी हो गई है। इसके बावजूद प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल में अभी तक 16998 करोड़ रुपए का ही ऋण लिया, जबकि पूर्व कांग्रेस सरकार ने पांच सालों में 19200 करोड़ रुपए का ऋण लिया था। इस तरह मौजूदा सरकार ने केंद्र द्वारा तय सीमा से 5384 करोड़ रुपए कम ऋण लिया है।

उन्होंने कहा कि यदि कोरोना की स्थिति न होती तो सरकार और भी कम ऋण लेती। मुख्यमंत्री ने माना कि जीएसटी लागू होने से प्रदेश को नुकसान हुआ है। हालांकि जीएसटी एकत्रीकरण में बढ़ोतरी हुई है और प्रदेश की आर्थिकी पटरी पर लौट रही है। उन्होंने महंगाई के मुद्दे पर कहा कि हिमाचल में पड़ोसी राज्यों पंजाब-हरियाणा की तुलना में पेट्रोल व डीजल के दाम काफी कम हैं।

जयराम सरकार हर मोर्चे पर विफल : अग्निहोत्री

इससे पहले विपक्ष द्वारा नियम 278 के तहत लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज गर्मागरम बहस हुई। अविश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम ठाकुर सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों से भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को हल न कर पाने पर तुरंत इस्तीफा देने की मांग की। उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था का मामला भी जोर-शोर से उठाया और कहा कि राज्य में अराजकता का माहौल है तथा राज्य में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।

पेपर लीक की सूचना मिलते ही किया रद्द : सीएम

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जब उन्हें सूचना मिली कि पेपर लीक हुआ तो उन्होंने उसी समय पुलिस को एफआईआर दर्ज करने को कहा। इसके बाद एसआईटी गठित की और पेपर को रद्द किया। उन्होंने कहा कि पेपर रद्द करने के पीछे मंशा यह थी कि कोई शंका न रहे। उन्होंने कहा कि बाद में सीबीआई को रैफर करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने अभी तक न हां की और न ही ना कही है।

विपक्ष ने किया सदन का समय बर्बाद : सुरेश

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर न केवल सदन का समय बर्बाद किया, बल्कि लोकतंत्र की मर्यादाओं को भी तोड़ा। उन्होंने कहा कि नियम 278 में प्रस्ताव आने पर हैड काउंट होता है और चर्चा खत्म होने पर मतदान का प्रावधान है, लेकिन विपक्ष जवाब सुनने और मतदान से पहले ही सदन से वॉकआउट कर चला गया।

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