राष्ट्रपति भवन में पहुंचा मदवि का ‘डैफेटेरिया’
हरीश भारद्वाज/हप्र
रोहतक, 20 मार्च
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) की इनोवेशन और स्टार्टअप संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पहचान मिली है। विश्वविद्यालय में विकसित अनूठी फूड ट्रक स्टार्टअप ‘डैफेटेरिया’ को राष्ट्रपति भवन में बृहस्पतिवार को आयोजित पर्पल फेस्ट में आमंत्रित किया गया है। पर्पल फेस्ट 2025 का आयोजन सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। आज पहले दिन डैफेटेरिया – द फूड ट्रक स्टार्ट राष्ट्रपति भवन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के होटल मैनेजमेंट विभाग को यह निमंत्रण राष्ट्रपति भवन की ओर से मिला था। इस डैफेटेरिया का निर्माण महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट (आईएचटीएम) के निदेशक प्रो. (डॉ.) आशीष दहिया के मार्गदर्शन में किया गया है। डैफेटेरिया के मेंटर और मदवि रोहतक के आईएचटीएम के निदेशक प्रो. (डॉ.) आशीष दहिया ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में सम्मानित होना एक सम्मान की बात है, जो हमारी टीम के समर्पण, विजन और समावेशी उद्यमिता की अपार संभावनाओं को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि डैफेटेरिया सिर्फ एक फूड ट्रक नहीं है - यह सशक्तीकरण, नवाचार और समावेश का मिशन है।
उन्होंने बताया कि इस डैफेटेरिया का आइडिया कुमारी पद्मजय ने दिया जिसे युवा जुनूनी उद्यमियों साहिल और मंदीप द्वारा संचालित किया गया। अपनी शुरुआत से ही, डैफेटेरिया दिव्यांगजनों, विशेष रूप से बधिरों (भाषण और श्रवण बाधित समुदाय) के लिए अवसर पैदा करते हुए सशक्तीकरण और समावेशिता का प्रतीक रहा है। इसकी उल्लेखनीय यात्रा को ए.आई.सी.टी.ई. द्वारा मान्यता दी गई है, उनकी प्रेरक कहानियों में शामिल किया गया है, तथा नई दिल्ली में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) द्वारा केस स्टडी के रूप में उल्लेख किया गया है।