HP News : शाबाश......नारग सीसे स्कूल के छात्रों ने क्लासरूम में ही उगा दी मशरूम
यशपाल कपूर, सोलन, 1 अप्रैल (निस)
HP News : मन में कुछ नया करने का हो तो बड़ी से बड़ी चुनौती को भी असानी से पार किया जा सकता है। सोलन के साथ लगते सिरमौर जिला के सीनियर सेकंडरी स्कूल नारग के छात्रों ने भी कुछ ऐसा कर दिखाया है, जो अन्य के लिए मिसाल बन गया है। यहां के छात्रों ने न सिर्फ स्कूल के एक कक्ष में मशरूम उगा डाली बल्कि इस मशरूम का उपयोग छात्रों को दिन के समय परोसे जाने वाले मिड डे मील में भी किया जा रहा है।
कैसे संभव हुआ ये सब...
पीएम श्री पंडित दुर्गा दत्त सीनियर सेकंडरी स्कूल नारग के कृषि व्यवसायिक विषय के विद्यार्थियों ने स्कूल के एक कक्ष में मशरूम उगा दी । स्कूल में विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध विद्यालय शिक्षकों और विद्यार्थियों ने 10 बैग मशरूम कंपोस्ट लगाए थे, इसकी नियमित जांच और तापमान को बनाए रखा, जिसके कारण यहां मशरूम की अच्छी फसल आई। यहां तैयार हुई मशरूम का उपयोग मिड डे मील योजना में विद्यार्थियों को मिलने वाले भोजन में किया जा रहा है। इस मशरूम की विशेषता यह है कि इसे बिना किसी रासायनिक खाद और दवाई का इस्तेमाल किए तैयार किया गया, जिससे स्कूल के विद्यार्थी उत्साहित हैं।
ज्ञात रहे इस विद्यालय में पहले भी बच्चों के लिए वोकेशनल एजूकेशन के तहत महर्षि चरक औषधीय वाटिका, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट , ग्रीन हाउस , कीचन गार्डन , ओपीडी कक्ष का निर्माण किया गया है ताकि विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया जा सकंे और बच्चे इसे भविष्य में आजीविका का एक जरिया बना सकें।
कृषि विषय की अध्यापिका नेहा कौंडल और कृष्णा ( प्रयोगशाला सहायक) ने बताया कि स्कूल के प्रिंसिपल रोहित वर्मा जी के सुझाव अनुसार इस वर्ष उनके द्वारा स्कूल के लिए एक मृदा परीक्षण किट की उपलब्ध करवाई गई है। इसका उपयोग विद्यार्थियों और स्थानीय कृषकों को अपनी मिट्टी में पोषक तत्वों की स्थिति और गुणवत्ता का पता लगाने में किया जाएगा। इससे वे सही मात्रा में खाद और उर्वरक का उपयोग कर सके और अपनी फसल की पैदावार बढ़ा सकें। स्वास्थ्य सेवा विषय में भी बच्चों के विभिन्न शारीरिक टेस्टों की सुविधा भी यह स्कूल प्रदान कर रहा है।
एसएमसी ने भी दी बधाई
एसएमसी अध्यक्ष नीरज पंवर और सभी सदस्यों ने विद्यालय की इस पहल और सफल प्रयोग के लिए विद्यालय प्रशासन, विद्यार्थियों और शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि विद्यालय द्वारा हमेशा नवोन्मेष गतिविधियों के माध्यम से बच्चों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करवाया जा रहा है।
स्कूल प्रिंसिपल रोहित वर्मा ने बताया कि इस सफल प्रयोग के बाद उत्साहित बच्चे अब बटन मशरूम के बाद ढींगरी और शीटाके मशरूम उगाने की योजना पर अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन अनुसार कार्य कर रहे हैं । इस शैक्षिक गतिविधि के सफल प्रयोग के लिए नौणी विश्वविद्यालय के माइकॉलॉजी एवं प्लांट पैथोलॉजी विभाग के वैज्ञानिकों का भी आभार व्यक्त किया।