Haryana News : रोहतक पुलिस ने वारदात स्थल का किया मुआयना, आश्रम का डीवीआर साथ ले गई
प्रदीप कुमार साहू/हप्र
चरखी दादरी, 26 मार्च
रोहतक की बाबा मस्तनाथ यूनिर्वसिटी में कार्यरत पंचकर्मा थेरेपिस्ट का अपहरण कर चरखी दादरी के गांव पैंतावास कलां के खेतों में जिंदा दफनाने के मामले में कई खुलासे हुए हैं। रोहतक पुलिस जहां आरोपियों को निशानदेही के लिए वारदात स्थल पर लेकर पहुंची तो वहीं पास ही एक आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर डीवीआर साथ ले गई।

वारदात का खुलासा होने के बाद गांव में सन्नाटा छाया हुआ है। वहीं गांव के सरपंच समेत एक आरोपी के परिजन मीडिया के सामने आए हैं। उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई। खेत में खोदे गढ्डे के पास मृतक के कपड़े व अन्य सामान पड़ा है तो वहीं सुनसान इलाके में कोई दिखाई नहीं दिया। गांव के सरपंच प्रतिनिधि अमरजीत सोनी ने घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि वारदात करने वालों को सजा मिलनी चहिए, लेकिन बेगुनाह के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। वहीं आरोपी हरदीप की मां रामरती व चाचा पारस ने बेटे को बेगुनाह बताया। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी राजकरण अपनी बीमार सास को खून देने के बहाने से बेटे को घर से बुलाकर लेकर गया था। रोहतक में जब मुख्य आरोपी टीचर से मारपीट कर गाड़ी में गांव पैंतावास लेकर आए थे तो हरदीप ने पुलिस को सूचना देने की बात कही थी। जिसके बाद मुख्य आरोपी उसे गांव में ही छोड़कर भाग गया था। देर रात टीचर के साथ वारदात स्थल पर मारपीट करके उसे जिंदा दफना दिया गया था। इस मामले में लेकर दादरी पुलिस का कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने से इंकार कर रहा है।
दो दिन पहले पुलिस ने गड्ढे से निकलवाया था शव
दो दिन पहले चरखी दादरी के गांव पैंतावास कलां के खेत में रोहतक व दादरी पुलिस पहुंची थी और 3 माह से गायब झज्जर जिले के गांव मांडोठी निवासी पंचकर्मा थेरेपिस्ट जगदीप के शव को 7 फीट गहरे गड्ढे से बाहर निकलवाया था। जिसके बाद पूरे गांव में वारदात को लेकर कई तरह की चर्चा होने लगी। वारदात के 2 दिन बाद भी गांव पैंतावास कलां में सन्नाटा छाया हुआ है और कोई भी ग्रामीण कुछ भी बताने से इंकार कर रहा है। दबी जुबान से इतना जरूर कह रहे हैं कि मुख्य आरोपी की पत्नी का पंचकर्मा थेरेपिस्ट जगदीप से अवैध संबंध के चलते ये कांड हुआ।