गोयल और भाजपा धड़ा फिफ्टी-फिफ्टी
जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 20 अगस्त
पंजाब विश्वविद्यालय सीनेट के एफिलिएटिड आर्ट्स कालेज के प्रिंसिपलों की मतगणना तो हो गई है लेकिन औपचारिक तौर पर रिजल्ट घोषित नहीं हो पाया। पीयू की ओर से भेजे संदेश में कहा गया कि नतीजे कोर्टके आदेश पर ही जारी होंगे इसलिये आधिकारिक तौर पर तो विजेताओं का पता अब कोर्ट के निर्देश में पर ही लग पायेगा। लेकिन अपुष्ट सूत्रों ने बताया है कि प्रिंसिपलों में डॉ. निशा भार्गव, आरएस झांजी, एनआर शर्मा, आरके महाजन और कुलदीप धालीवाल, किरणदीप, जतिंदर सिद्धू, रूपिंदर ने जीत दर्ज की है। डॉ. निशा भार्गव, आरके महाजन, एनआर शर्मा और आरएस झांजी भाजपा गुट से हैं जबकि शेष नवदीप गोयल ग्रुप से हैं। इसी प्रकार एफिलिएटिड कालेजों के स्टाफ की 8 सीटों पर जगदीश मेहता, इंदरपाल सिंह सिद्धू, जगतार सिंह और जगदीप कुमार और हरप्रीत दुआ, शमिंदर संधू, केके शर्मा, तरुण घई विजयी रहे। इनमें पहले चार को भाजपा ग्रुप अपना दावा जता रहा है और शेष चार गोयल धड़े के बताये जा रहे हैं।
फैकल्टी के लिये मतदान अब पहली सितंबर को
6 फैकल्टीज के आर्डीनरी फेलो के लिये मतदान अब पहली सितंबर को होगा। पीयू की ओर से आज देर सायं एक नोटिस जारी कर दिया गया जिसमें कहा गया कि फैकल्टीज के चुनाव अब 23 की बजाय पहली सितंबर को कराने का निर्णय लिया है बशर्ते इसके लिये चांसलर और यूटी प्रशासन कंबाइंड फैकल्टी की मीटिंग के बारे में परमिशन दे दे। कंबाइंड फैकल्टी में 262 वोटर हैं जबकि यूटी प्रशासन ने 200 से ज्यादा लोगों के एकत्र होने पर फिलहाल रोक लगा रखी है। शेष फैकल्टी के सचिव तो चुन लिये गये मगर कंबाइंड का नहीं चुना गया है। फेलो चुनाव के लिये सचिव का होना आवश्यक है इसलिये कुलपति की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में मेडिकल साइंसिज से प्रो. हेमंत बतरा, लॉ से प्रो. रत्न सिंह, आर्ट्स से सिमरित कौर, साइंस से हर्ष नैयर और लैग्वेज फैकल्टी से प्रो. दीप्ति गुप्ता को सचिव चुना गया है। इससे पहले आज अशोक गोयल ने कुलपति और पीठासीन अधिकारी को एक पत्र भेजकर फैकल्टी चुनाव के लिये टाइम और वैन्यू निर्धारित न होने बारे सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि ये हाईकोर्ट के आदेशों का मजाक है।