साइबर थाना टीम ने किए 3 आरोपी गिरफ्तार
फरीदाबाद, 3 अप्रैल (हप्र)
साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने आरोपी विकाश, राहुल व संजय को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साइबर थाना सेंट्रल में सेक्टर-15 निवासी एक महिला ने दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वह सोशल मीडिया पर सर्फिंग कर रही थी, जिस पर शेयर ट्रेडिंग का विज्ञापन देख एक वाट्सअप ग्रुप में जुड़ गई। इसका नाम किसी प्राइवेट बैंक के नाम पर था तथा ग्रुप की कोऑर्डिनेटर व एक मेंटर ने खुद को प्राइवेट बैंक का मेंबर बताया और अपना आइडेंटिटी कार्ड भी दिखाया। जो कि वाट्सअप ग्रुप में सभी मेंबर शेयर मार्केट में पैसा लगाकर अच्छा लाभ कमा रहे थे।
शिकायतकर्ता द्वारा ग्रुप कोऑर्डिनेटर से इंक्वायरी करने के बाद उन्होंने कथित निजी बैंक का साथ रजिस्ट्रेशन दिखाया तथा अपना मुख्यालय मुंबई में बताया। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने शेयर मार्केट में निवेश करने की रुचि दिखाई तो कथित ठगों ने शिकायतकर्ता से एक एप डाउनलोड करवाई जिसको यह निजी बैंक का इंटरनल इंस्टीट्यूशनल अकाउंट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बताया।
इसके बाद शिकायकर्ता ने पहले दिन ठगों के कहने पर एक कंपनी में 1.5 लाख रुपये लगाए। लिस्टेड होने के बाद 87000 हजार का लाभ कमाया जब शिकायतकर्ता ने लाभ की रकम निकालनी चाही तो ठगों द्वारा 30 परसेंट कमीशन मांगा गया जो शिकायतकर्ता द्वारा दे दिया गया जिसके बाद उसे लाभ के 85000 रुपये प्राप्त हो गए। इसी क्रम में शिकायतकर्ता ने फिर 6 लाख रुपये निवेश किए और 2 लाख रुपये 30 परसेंट कमीशन देकर निकाल लिए। फिर ठगों द्वारा शिकायतकर्ता को कोर ग्रुप में जोड़ा गया जिसके लिए शिकायकर्ता को 30 लाख रुपये निवेश करने की शर्त रखी गई तथा इस पर 30 परसेंट टैक्स के रूप में जमा करने को कहा गया। अल्पकालिक आय पर अग्रिम टैक्स जमा करने का कोई नियम नहीं है, इस बात पर शिकायतकर्ता को शक हुआ जब शिकायकर्ता ने अपने निवेश के पैसे निकालने चाहे तो नहीं निकाल पाई तथा इस प्रकार शिकायतकर्ता ने कुल 17,05,500 रुपये का निवेश किया जिसमें 2,85,000 की निकासी प्राप्त हुई तथा 14,20,500 की ठगी हो गई।
इस संबंध में साइबर थाना सेंट्रल में ठगी का मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने कार्रवाई करते हुए विकाश तेतरवाल निवासी कुमाचन राजस्थान, राहुल टेलर व संजय वासी मकराना राजस्थान को जयपुर से गिरफ्तार किया है।
आरोपी खाताधारक ने कमीशन पर बेचा खाता
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी विकाश खाताधारक है जिसने अपना खाता आगे कमीशन पर बेच दिया था। वहीं आरोपी राहुल व संजय ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है। दोनों आरोपी जयपुर के किसी कॉल सेंटर में साथ काम कर चुके है। जिन्होंने खाता को आगे ठगो को उपलब्ध करवाया था। आरोपी विकास के खाते में ठगी के 1 लाख 25 हजार रूपये आए थे। आरोपियों से अधिक पूछताछ के लिए न्यायालय में पेश कर 7 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।