कंपनी का मालिक बनकर फाइनेंस मैनेजर से 30 लाख ठगे, महिला समेत 4 गिरफ्तार
बल्लभगढ़, 7 अप्रैल (निस)
खुद को कंपनी का मािलक बताकर फाइनेंस मैनेजर से 30 लाख की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने दंपति, नाई और टैक्सी ड्राइवर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-3 निवासी एक व्यक्ति ने दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वह एक प्राइवेट कंपनी में फाइनेंस मैनेजर के पद पर कार्यरत है उसके पास एक प्राइवेट नंबर से वाट्सअप पर मैसेज आया कि वह कथित प्राइवेट कम्पनी का मालिक है। वाट्सअप की प्रोफाइल पिक्चर पर भी कंपनी का लोगो लगा हुआ था तथा कंपनी का मालिक कुछ दिन पहले जर्मनी गया हुआ था। शिकायकर्ता ने इस नंबर को कंपनी मालिक का जर्मनी का नया नंबर माना तथा कथित मालिक द्वारा फोन पर बताया गया कि उसे एक प्रोजेक्ट के लिए एडवांस मे कुछ रूपये चाहिए जिसके बाद शिकायतकर्ता ने 3 अलग-अलग अकाउंट्स में 30 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उसी नंबर से फिर मैसेज आया कि कुछ और पैसे चाहिए जिसके बाद शिकायकर्ता को ठगों पर संदेह हुआ। जिस पर शिकायतकर्ता की कंपनी के मालिक के बेटे से बात की जोकि अपने पिता के साथ ही जर्मनी में था, जिसने बतलाया कि उसके पिता द्वारा कोई पैसा व्हाट्सएप के जरिए नहीं मांगा गया। इस पर साइबर थाना बल्लभगढ़ में ठगी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया। साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने कार्रवाई करते हुए 4 आरोपी चंद्रशेखर निवासी सेक्टर-18 द्वारका नॉर्थ दिल्ली, अनुपमा निवासी सेक्टर 18 द्वारका नॉर्थ दिल्ली, नितिन रिठालिया उर्फ नोनू व प्रियांशु निवासी नजफगढ़ दिल्ली को गिरफ्तार किया है। महिला अनुपमा खाताधारक गृहिणी है। उसके पति चंद्रशेखर ने कमिशन के लालच में नितिन को यह खाता बेच दिया था। नितिन नाई का काम करता है तथा उसने यह खाता आगे प्रियांशु को बेच दिया जो टैक्सी चलाने का काम करता है। नितिन व प्रियांशु दोस्त है तथा चंद्रशेखर कभी-कभी बाल कटवाने नितिन की दुकान पर जाता था, जहां उसकी जान पहचान नितिन से हुई थी। खाते में ठगी के कुल 10 लाख रुपये आए थे। अधिक पूछताछ के लिए माननीय न्यायालय में पेश कर 3 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।