वक्फ बोर्ड की आमदनी से मुसलमानों के लिए बनेंगी कल्याणकारी योजनाएं :
कैथल, 5 अप्रैल (हप्र)
आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि वक्फ बोर्ड के संशोधन में लाखों लोगों की राय ली गई है। शायद यह पहला ऐसा बिल होगा जिस पर काफी व्यापक मंथन हुआ और लंबी बहस चली और वह पारित हो गया। वक्फ में पहले पारदर्शिता नहीं थी, दस्तावेज नहीं थे, यह कुछ मजहबी और कुछ सियासती माफिया का अड्डा बन चुका था। इससे मुसलमान को कोई भी कल्याणकारी योजना का लाभ नहीं मिल रहा था और इतने वर्षों में कोई समाज हित का काम भी नहीं हुआ। इसलिए जो माफिया था उससे वक्फ बोर्ड को पूर्ण रूप से मुक्ति मिली है।
इंद्रेश कुमार पूर्व चेयरमैन अरूण सर्राफ के के निवास पर मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुसलमान में एक तरह का भय का माहौल बना रखा था। इसलिए मुसलमान और वक्फ बोर्ड को कांग्रेस और ऐसे ही अन्य दल व मजहबी नेताओं से भय मुक्ति मिली है। अब वक्फ बोर्ड की आमदनी से मुसलमानों की कल्याणकारी योजनाएं बनेगी। इंद्रेश ने कहा कि देश की आजादी के बाद भारत का मुसलमान पहली बार हैप्पी ईद मना रहा है। देश में मजहब के नाम पर जो देंगे भडक़ाए जाते थे वे भी बंद हो जाएंगे। जो लोग इस बिल को लेकर कोर्ट में गए हैं वे संसद में अपना पक्ष कानून के रूप में नहीं रख सके। इसके विपरीत जो लोग इस बिल के ऊपर भडक़ाने का काम कर रहे थे उनका पर्दाफाश हुआ है।