प्लांट्स के तापमान संग नमी का रखें ध्यान
घर के अंदर व बाहर हरियाली की देखभाल मौसम के अनुरूप बदलती है। सर्दियों में पौधों के रखरखाव, सिंचाई व स्थान के तापमान को लेकर कोताही बरतने का मतलब है पीले व मुरझाए पत्ते, सूखती जड़ें और बेजान पौधे। पौधों पर मौसम की मार नहीं पड़े इसके लिए इंडोर प्लांट्स की केयर में खास सावधानी बरतनी चाहिये।
दीप्ति अंगरीश
सर्दियां शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में आप मौसम के अनुसार खुद के कपड़े पहनती हैं, लेकिन यह भूल जाती हैं कि पौधों को भी ठंड लगती है। उनकी भी देखभाल मौसम को ध्यान में रखकर करनी चाहिए। आपको भी महकते फूल और हरी-हरी पत्तियां पसंद हैं, जिन्हें आप खुद उगाएं। यहां जानिये, कैसे इंडोर प्लांट्स की सर्दियों में देखभाल करें।
इंडोर पौधों का चयन
सर्दियों के मौसम में इंडोर पौधों का चयन उपयुक्त होना चाहिये। इस मौसम में आप घर के अंदर बहुत से पौधे रोप-उगा सकते हैं, जैसे हर्ब्स, फूलों के पौधे, इंडोर प्लांट्स और स्नैकिंग प्लांट्स। कुछ पौधे सर्दियों में अच्छी तरह से घर के अंदर उग सकते हैं। इनमें हर्ब्स में शामिल हैं- तुलसी, पुदीना, धनिया, चिली और लौंग। वहीं फूलों में सफेद और पीले रंग के फूल जैसे सफेद गुलाब, गेंदे के फूल और जिप्सोफिला वहीं इंडोर प्लांट्स में स्पाइडर प्लांट, स्नेक प्लांट, बेगोनिया, एलोवेरा और इंग्लिश आईवी आते हैं। ऐसे ही स्नैकिंग प्लांट्स कैटेगरी में हैं स्ट्रॉबेरी, शिमला मिर्च, टमाटर और गाजर। इन पौधों का चयन करने से आपके घर में न केवल ताजगी आएगी, बल्कि ये हवा को शुद्ध भी करेंगे।
धूप के फायदे
सर्दी के मौसम में सूरज की रोशनी कम होती है, लेकिन इंडोर पौधों को उगाने के लिए पर्याप्त रोशनी की आवश्यकता होती है। सही दिशा में सूरज की रोशनी सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है। इंडोर पौधों को खिड़की के पास रखें। यहां रखने से पौधों को सुबह की धूप मिलती है। सुबह का सूरज नर्म और गर्म होता है। सर्दियों में सूरज की रोशनी कम लगे तो लाइटिंग सिस्टम का उपयोग करना बेहतर है। यदि घर में प्राकृतिक रोशनी की कमी है, तो आप ग्रॉथ या एलईडी लाइट्स इस्तेमाल कर सकते हैं। ये पौधों को बढ़ाने के लिए आवश्यक रोशनी प्रदान करती हैं।
ज्यादा नहीं दें पानी
पौधों के लिए पानी जरूरी होता है। लेकिन सर्दी के मौसम में ज्यादा पानी देने की आवश्यकता नहीं होती। तापमान कम होने से मिट्टी में नमी बनी रहती है। इस मौसम में बार-बार पानी देने से जल जमाव होता है और पौधों की जड़ें सड़ जाती हैं। पौधों को पानी देने के लिए कुछ बातों को जान लेना चाहिए जैसे पानी देने से पहले हमेशा मिट्टी को उंगली से जांचें। यदि मिट्टी सूखी लगे तो पानी दें, लेकिन ज्यादा गीला न करें। अब अगली बार ये जांच करने के बाद ही पौधों को पानी दें।
तापमान का ध्यान
इंडोर पौधों को अत्यधिक ठंड से बचाना बहुत ज़रूरी है। घर के अंदर तापमान लगभग 15-22 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए। घर में गर्मी के लिए हीटर का इस्तेमाल करते हैं, तो पौधों को हीटर के पास न रखें क्योंकि अधिक गर्मी से पौधे सूख सकते हैं। खिड़कियों से आने वाली ठंडी हवा से पौधों को बचाने के लिए आप खिड़की पर पर्दे डाल सकते हैं या पौधों को दीवार के पास रख सकते हैं। बता दें कि इस मौसम में हीटर्स इंसानों व जानवरों की ही तरह पौधों के लिए भी हितकारी नहीं। आप इन्हें इस्तेमाल में लाएं, लेकिन पूरे दिशा-निर्देश जानने के बाद ही।
नियमित जांच
इंडोर बागवानी में पौधों की नियमित देखभाल बहुत महत्वपूर्ण होती है। सर्दियों में, पौधों की वृद्धि धीमी हो जाती है, इसलिए उन्हें अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। पत्तों पर जमा धूल को नियमित रूप से हटा दें। धूल के कारण पौधे की श्वसन क्रिया में रुकावट आ सकती है। गीले कपड़े से पत्तियों को पोंछ सकते हैं। नियमित जांच करें, ताकि किसी भी कीट या रोग का समय पर पता चल सके। सर्दियों में, पौधों को कीटों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल करें।
सावधानियां ये भी जरूरी
इंडोर बागवानी के लिए मिट्टी का चयन बहुत महत्वपूर्ण होता है। सुनिश्चित करें कि मिट्टी में अच्छी जल निकासी की व्यवस्था हो और यह पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती हो। आप पॉटिंग मिक्स या कंपोस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। सर्दियों में हवा में नमी की कमी हो जाती है, जो पौधों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। पौधों को नमी देने के लिए पत्तियों पर हल्का पानी छिड़कने से वातावरण में नमी बनी रहती है। यदि घर में हवा बहुत सूखी है, तो आप ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं।