अच्छे व्यवहार से रिश्तों में बहार
सामाजिक जीवन में व्यवहार के नियम-कायदे जानने के साथ ही उन पर अमल करना भी जरूरी है। किसी से मिलते समय उसे सम्मान देना, टेबल मैनर्स, बात ध्यानपूर्वक सुनना और वित्तीय लेन-देन में खरा बर्ताव ऐसे प्रमुख शिष्टाचार हैं। आपके अच्छा बर्ताव करने से दूसरे सम्मानित महसूस करेंगे, आपके प्रति नजरिया बेहतर बनेगा और सकारात्मक रिश्तों की राह खुलेगी।
संध्या सिंह
अपने रोजमर्रा के जीवन में हम बहुत से नियमों का पालन करते हैं। घर में, ऑफिस में, स्कूल-कॉलेज में, अपने इर्द-गिर्द के लोगों के साथ सामाजिकता निभाने में हमारे समाज द्वारा स्वीकृत बहुत सारे नियम-कायदे होते हैं। ये लिखित और अलिखित दोनों तरह के होते हैं व इनका हम पालन करते हैं। लेकिन रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी कई छोटी-छोटी ऐसी बातें होती हैं, जिनका जानने-समझने के बावजूद हम पालन करना सही नहीं समझते। ये छोटी-छोटी बातें ऐसी होती हैं, जिन्हें सही तरीके के करने पर हम कई लोगों के जीवन में खुशी भर सकते हैं।
पैसा उधार लेना ही पड़ जाए तो...
हमें अपने खर्चों को इस तरह से मैनेज करना चाहिए ताकि हमें जीवन में कभी किसी से उधार मांगने की जरूरत ही न हो। वैसे तो पैसों के रिश्ते हर किसी से नहीं रखने चाहिए, क्योंकि इसमें अकसर धोखा ही मिलता है। अगर किसी को आड़े वक्त पर पैसों की जरूरत हो और उसे कोई न दे, तो इससे भी लोगों के बहुत बड़े नुकसान हो जाते हैं। मानवीय संबंधों में कहीं न कहीं पैसा आ ही जाता है। आपको भी अगर किसी से पैसे उधार लेने ही पड़ जाएं तो जब आपके पास पैसे आ जाएं, उन पैसों को इधर-उधर खर्च करने की बजाय सबसे पहले जिससे आपने पैसे उधार लिए हैं, उसके पैसे लौटाएं। इससे पहले कि वो आपसे अपने पैसे मांगे। उसने आपकी आड़े वक्त पर मदद की, आप पर भरोसा किया, तो उसके इस भरोसे का मान रखें। समय पर उसके पैसे लौटाने से आपके रिश्ते मजबूत होते हैं और अगली बार आपको आर्थिक मदद की जरूरत हो, तो उसके लिए रास्ते खुले रहते हैं।
मुखातिब होकर करें बात
अगर आपसे कोई सीधे बात कर रहा है तो उसके चेहरे पर नजर टिकाने, उसकी आंखों में आंखें डालकर बात करने की बजाय अगर आप अपने फोन की स्क्रीन पर लगे रहते हैं तो यह उसका अपमान है। उसके साथ सीधे तौर पर मुखातिब होकर स्पष्ट बातचीत करने से आपके रिश्ते मजबूत होते हैं और इससे यह पता चलता है कि आप उसको कितना महत्व देते हैं। उसकी ओर ध्यान न देकर अपने मोबाइल पर लगातार लगे रहने से बचें।
किसी के फोन में न करें स्क्रॉलिंग
कोई व्यक्ति जब आपको अपना मोबाइल फोन कुछ दिखाने के लिए देता है तो उससे बिना पूछे उसकी फोटो गैलरी में जाकर जल्दी-जल्दी स्क्रॉल करके उसकी फोटो देखना, एक अभद्र व्यवहार है। क्योंकि हो सकता है उसके फोन में उसकी कुछ ऐसी चीजें हों, जिनको प्राइवेट रखना जरूरी हो। उसकी प्राइवेसी में सेंध न लगाएं। उसकी निजता का हनन न करें। इससे दोनों के बीच में अजीब स्थिति पैदा हो सकती है। सिर्फ और सिर्फ वही देखें जो वह आपको दिखाना चाह रहा है,इससे ज्यादा कुछ नहीं।
बैठे-बैठे इंट्रोडक्शन देने की अभद्रता
अगर आप कहीं बैठे हैं और अचानक कोई आपका फ्रेंड आपका परिचय किसी से कराता है तो आप तुरंत खड़े होकर गर्मजोशी से उसके साथ हाथ मिलाएं। अगर हाथ न मिलाना चाहें तो भी उनका मुस्कुराहट से स्वागत करें। अपनी सीट पर बैठे रहना आपको अभद्र साबित करता है।
मैन्यू हो जब आपके हाथ में
अगर कोई आपको खाने पर आमंत्रित करता है तो शिष्टाचार के नाते जो वो खाना चाहता है, उसी से मिलता-जुलता कुछ लें। उस मैन्यू में सबसे महंगी या कुछ अलग सी तरह की चीजें मंगाने का आर्डर देने पर आपका मेजबान आपके बारे में अच्छी राय नहीं बना सकता। इससे आप लालची व मैनर्स रहित व्यक्तित्व साबित होते हैं। तो भले ही आप अपनी पसंद का खाना चुनें लेकिन उसको पूरा महत्व दें।
बार-बार कॉल करना
यदि आप किसी को फोन करते हैं तो यदि वह एक बार कई घंटी बजने के बाद फोन नहीं उठाते तो उसे बार-बार कॉल न करें। हो सकता है वह कहीं व्यस्त हो और आपका फोन उठाकर आपको यह बताने की स्थिति में न हो कि वह आपका फोन नहीं अटेंड कर सकता। बार-बार कॉल करना, उस पर अनावश्यक दबाव डालना है। इसके बजाय उन्हें मैसेज भेजने या उनके जवाब का इंतजार करें। क्योंकि हर कोई आपके एंटरटेनमेंट के लिए नहीं है। -इ.रि.सें.