पहली मोहब्बत है माइक
‘छैंयां छैंयां...’ व ‘जय हो...’ जैसे कई लोकप्रिय गानों में बॉलीवुड के नामी पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह की सुरीली आवाज गूंजती है। सुखविंदर के मुताबिक, गाना उनका जुनून है। संगीत एक अंतहीन यात्रा है वहीं कितने भी बदलाव आयें, धुन और मज़बूत बोल हमेशा कसौटी पर खरे उतरते हैं।
सरोज वर्मा
सुरों के सरताज ऑस्कर अवार्ड विजेता प्रसिद्ध गायक सुखविंदर सिंह से मुलाक़ात हुई जिस दौरान हमें उनकी सुरीली गायकी के सफर को जानने का मौका मिला। पेश हैं उनसे बातचीत के कुछ अंश :
बॉलीवुड में आपका कैरियर शानदार रहा। गायक बनने की प्रेरणा कहां से मिली?
बचपन से ही संगीत मेरा जुनून रहा है। मैं मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर और किशोर कुमार जैसे दिग्गजों को सुनते हुए बड़ा हुआ। उनके गानों ने मुझे बहुत प्रभावित किया। मैंने बहुत कम उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था, और मुझे पता था कि यही मेरा लक्ष्य है।
‘छैंयां छैंयां’ आज भी बॉलीवुड के प्रतिष्ठित गानों में से एक है। जब इसे रिकॉर्ड किया गया तो आपको कैसा लगा?
यह जादुई था! ए.आर. रहमान ने मुझे गाना रिकॉर्ड करने के लिए बुलाया। जब मैंने इसकी रचना सुनी तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे। गीत, लय और ऊर्जा - यह सब खूबसूरती से एक साथ आए। और जब शाहरुख खान ने चलती ट्रेन में इस पर डांस किया, तो इसने इतिहास रच दिया।
आपने ए.आर. रहमान के साथ कई हिट गानों पर काम किया। ‘जय हो’ गाने ने ऑस्कर जीता तो वह पल कैसा महसूस हुआ?
वह पल बहुमूल्य था! जब गीत जीता, तो मुझे लगा कि पूरी दुनिया भारतीय संगीत का जश्न मना रही है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर ‘जय हो’ गाना सम्मान की बात थी। इसने साबित कर दिया कि संगीत की कोई सीमा नहीं होती।
बॉलीवुड संगीत में पिछले कुछ वर्षों में आपने क्या बदलाव देखे हैं?
सभी गायक बुरा नहीं गाते। बदलाव की बात करूं तो पहले गीतों की उम्र लंबी होती थी। अब, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के साथ, नए गाने जल्दी आते हैं और चले जाते हैं। लेकिन एक बात वही रहती है- अच्छा संगीत लोगों के दिलों को छूने का कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेता है। धुन व मज़बूत बोल समय की कसौटी पर खरे उतरते हैं।
कैरियर में कैसी चुनौतियों का सामना किया?
मैं हर रोज चुनौती का सामना करता हूं। दरअसल, हर कलाकार को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। कई बार मेरे गानों को वह पहचान नहीं मिली जिसके वे हकदार थे, लेकिन मैंने कभी भी इसे अपने रास्ते में नहीं आने दिया। मैं उसी जुनून के साथ गाता रहा, अंतत: मेरा काम बोल उठा।
आपका कोई आने वाला रोमांचक प्रोजेक्ट?
‘नगनी’ गाने के अलावा एक बच्चों के साथ मोटिवेशनल गाना आ रहा है और मेरे पास बॉलीवुड और स्वतंत्र संगीत में कुछ खूबसूरत गाने आने वाले हैं। मैं और भी अंतरराष्ट्रीय सहयोग तलाशना चाहता हूं। संगीत एक अंतहीन यात्रा है और माइक मेरी पहली मोहब्बत और मैं आने वाले प्रोजेक्ट के लिए उत्साहित हूं।
महत्वाकांक्षी गायकों को क्या सलाह देंगे?
अपनी आवाज़ के प्रति सच्चे रहें और सीखना कभी बंद न करें। मेहनत और समर्पण सफलता की कुंजी हैं। प्रसिद्धि के पीछे नहीं,उत्कृष्टता के पीछे भागो। अगर आप संगीत में अपना दिल लगा देंगे, तो सफलता पीछे-पीछे आएगी।