Swachh Survey 2025 : केंद्रीय सर्वेक्षण टीम पहुंचीं समालखा, शहरवासियों ने खोली बदहाल सफाई व्यवस्था की पोल
समालखा, 29 मार्च।
Swachh Survey 2025 : स्वच्छता सर्वेक्षण में शहरों को रैंकिंग देने वाली केंद्रीय टीम ने शनिवार को समालखा शहर की साफ-सफाई की व्यवस्था को जांचा। दिल्ली से मिलने वाली लोकेशन के आधार पर वार्डाें का सर्वे किया। इस दौरान केंद्रीय टीम के सामने शहर वासियों ने बदहाल सफाई व्यवस्था की जमकर पोल खोली। बता दें कि साल 2024 में समालखा शहर 1492 रैंक पर था।
पालिका अधिकारी इस बार रैंकिंग में सुधार करने का दावा कर रहा है। नगर पालिका अधिकारियों कि दावा है कि इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में अव्वल आने के लिए शहर में आरसीसी केंद्र खोले गए। डोर-टू-डोर कचरा एकत्रित कर डंपिंग साइट बंद करने, शहर से कूड़ेदान हटाने, भूमिगत कूड़ेदानों की सुविधा, सफाई में सुधार, पार्कों का उचित रखरखाव पर काम करने के दावे किए हैं। हालांकि शहरवासियों ने टीम के सामने नगर पालिका के कागजी दावों की पोल खोल कर रख दी।
शहर वासियों ने केंद्रीय टीम सदस्य एसए अशोक को धरातल से अवगत कराते हुए बताया कि यहां सफाई का बेड़ागर्क हो रखा है। हाल इस कदर है कि खुद सफाई करनी पड़ती है। नाले और नालियां कीचड़ से अटी पड़ी है। जगह जगह कूड़े के ढेर आम बात है। केंद्रीय टीम से एसए अनिल की मौजूदगी में कूड़ा उठाने वाले पालिका कर्मचारियों की टीम खुद ही गिला कचरा व सूखा कचरा हस्तांतरण के लिए अलग-अलग डस्टबिन लेकर चल रहे थे। जैसे ही कोई शहर वासी कूड़ा डालने आता अलग-अलग डस्टबिन के साथ उसकी फोटो क्लिक कर देते। इसी तरह शौचालय को लेकर टीम ने सर्वे किया।
शहर में कागजों में करीब 28 शौचालयों पर नगर पालिका टीम कार्य करती है। इनके रखरखाव व साफ सफाई पर हर वर्ष लाखों रुपए का टेंडर कागजों में किया जाता है। वहीं धरातल पर सभी दावे सफेद हाथी मात्र सिद्ध हुए। कहने को तो नपा ने बरसात के मौसम से पहले लाखों रुपए का ठेका शहर की नालियों व नालों की साफ सफाई के लिए दिया था। पर सब हवाहवाई सिद्ध हुए। शहर में जल भराव की आम समस्या है। हल्की सी बारिश में भी शहर जलमग्न हो जाता है। इससे आमजन को परेशानी होती है।
इस संदर्भ में पालिका चेयरमैन अशोक कुच्छल ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 को लेकर शनिवार को टीम यहां पहुंची। पालिका के कर्मचारियों ने टीम के सदस्यों को विभिन्न स्थानों का भ्रमण कराया। टीम अपनी रिपोर्ट देगी, जिसके आधार पर नगर पालिका की स्वच्छता रैंकिंग जारी होगी। नपा सचिव मनीष शर्मा ने बताया कि सड़कों के साथ बाजारों में साफ-सफाई की व्यवस्था को परखा गया है। सफाई व्यवस्था में पहले के मुकाबले काफी सुधार हुआ है।