Haryana News : खरकरामजी के निराकार मंदिर के महंत की सुरक्षा कड़ी करने की मांग, जानिए पूरा मामला
जसमेर मलिक/जींद, 19 मार्च (हमारे प्रतिनिधि)
Haryana News : जींद के खरकरामजी गांव के निराकार मंदिर के महंत सुखबीर दास से एक बदमाश द्वारा 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के मसले पर बुधवार को निराकार मंदिर में खरकरामजी तथा आसपास के लगभग एक दर्जन गांवों के लोगों की पंचायत हुई। पंचायत में प्रस्ताव पारित कर महंत सुखबीर दास से बुटाना गांव के एक बदमाश द्वारा रंगदारी मांगे जाने की निंदा करते हुए जींद पुलिस प्रशासन से महंत सुखबीर दास की सुरक्षा बढ़ाने और रंगदारी मांगने वाले बदमाश को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की गई।
बुधवार को खरकरामजी गांव के निराकार मंदिर परिसर में खरकरामजी, बराह कलां, बराह खुर्द, सुंदरपुर, भिड़ताना, चाबरी, रधाना समेत लगभग एक दर्जन गांवों के गणमान्य लोगों की पंचायत हुई। बराह खुर्द के सरपंच राजा की अध्यक्षता में हुई पंचायत में कहा गया की महंत सुखबीर दास किसी भी तरह के विवाद में कभी नहीं रहे हैं। वह निस्वार्थ भाव से खरकरामजी गांव के निराकार मंदिर के विकास और विस्तार में लगे हुए हैं। बचपन से वह गांव के निराकार मंदिर की सेवा में लगे हुए हैं। उनके महंत बनने के बाद निराकार मंदिर परिसर का बहुत तेजी से विकास हुआ है।
ऐसे महंत से बुटाना गांव के बदमाश सचिन द्वारा 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगना बेहद गंभीर और संगीन मामला है। जींद पुलिस प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सबसे पहले महंत सुखबीर दास की सुरक्षा बढ़ानी चाहिए। इसके अलावा महंत सुखबीर दास से 20 लाख की रंगदारी मांगने वाले बदमाश को तुरंत गिरफ्तार कर जेल में डाला जाए। इन सभी गांवों के गणमान्य लोगों ने कहा कि अब तक पुलिस प्रशासन ने जो कार्रवाई की है, उससे ग्रामीण संतुष्ट हैं, लेकिन अभी बदमाश की गिरफ्तारी बाकी है, जो तुरंत होनी चाहिए।
इसके अलावा पुलिस प्रशासन को इस मामले की तह में जाकर यह पता लगाना चाहिए कि इसके पीछे किसी और का हाथ तो नहीं है। महंत सुखबीर दास की सुरक्षा कड़ी करने की मांग पुलिस प्रशासन से करते हुए कहा गया कि सुखबीर दास की सुरक्षा जींद पुलिस की जिम्मेदारी है। सभी गांवों के लोगों ने कहा कि वह निराकार मंदिर और इसके महंत सुखबीर दास के साथ मजबूती से खड़े हैं।
मंदिर परिसर में किसी भी तरह का उपद्रव नहीं होना चाहिए। पंचायत में बराह खुर्द गांव के पूर्व सरपंच सूबे सिंह, सिंधवीखेड़ा से राजवीर कटारिया, बराह खुर्द के सरपंच पाला, खरकरामजी के बलबीर फौजी, तेलुराम, अजमेर सरपंच, रधाना के पूर्व सरपंच नरेश कोच आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।