कर्मचारियों ने मांगें मनवाने के लिए दिया धरना
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 24 मार्च (हप्र)
सोमवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 25 के रैली मैदान में पंजाब हरियाणा कर्मचारी वेलफेयर एसोसिएशन, डेपुटेशन व जॉइंट टीचर एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से भारी संख्या में अध्यापकों की मौजूदगी में चंडीगढ़ प्रशासन की नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में ‘हम हैं हम रहेंगे’, ‘डीओपीटी पढ़ो, फिर बात करो’ और ‘एसएसए शिक्षकों को एरियर दो’ जैसे नारों के साथ अपना रोष व्यक्त किया। पंजाब हरियाणा कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष रणवीर झोरड़, जॉइंट टीचर एसोसिएशन के संयोजक डॉक्टर रमेश चंद शर्मा, कानूनी सलाहकार अरविंद राणा, महासचिव अजय शर्मा, दिनेश दहिया, धर्मसिंह, पुष्पेंद्र बरार, संगीता रानी व प्रवीण कौर ने कहा कि प्रशासन अपने कर्मचारियों के प्रति पूर्ण तौर पर असंवेदनशील हो चुका है। उसी की वजह से आज हमें अपने सभी कामों को छोड़कर प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के अधिकारी बिना दस्तावेजों को पढ़े डेपुटेशन कर्मचारियों के ऊपर समय सीमा थोपना चाहते हैं जिसका वे विरोध करते हैं। मांग है कि किसी भी तरह की नीति बनाने से पहले जो दस्तावेज, जो गाइडलाइंस और जो कानून इसके संबंध में है उसको परख लिया जाए और संगठन के साथ बैठकर फैसला किया जाए।
प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर कानूनी तौर पर समय सीमा लागू होनी बनती होती तो वे इसका कभी विरोध न करते लेकिन यह गैर संवैधानिक और गैर कानूनी कदम है और केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के विरुद्ध है। कर्मचारियों के खिलाफ है। इसलिए इसका विरोध कर रहे हैं। वार्ता में भी चंडीगढ़ के चीफ सेक्रेटरी के साथ मुलाकात की मांग रखी थी लेकिन यह संभव न हो सका और आज महिलाओं को धरने में इसी कारण आना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर हमारी बात नहीं सुनी गई तो कुछ दिनों में 1000 से ज्यादा वाहनों के साथ चंडीगढ़ में अध्यापक सड़कों पर एक कार रैली निकालेंगे।
31 मार्च से पहले एरियर जारी करने की मांग
प्रतिनिधियों ने कहा समग्र शिक्षा में कार्यरत 1300 शिक्षकों और कर्मचारियों को 2021 से 2023 के डीए का एरियर न मिलना भी कहीं ना कहीं प्रशासनिक ढील का ही परिणाम है । उन्होंने कहा हम मांग करते हैं कि 31 मार्च से पहले एरियर को जारी किया जाए जिससे कर्मचारियों को उनका बनता हक मिले।