हुरंगा त्योहार में पीतल की पिचकारियों से बरसा रंग
बलराम बंसल/निस
होडल, 15 मार्च
होडल के ऐतिहासिक गांव बंचारी में आज हुरंगा पर जमकर रंग बरसाए। होडल उपमंडल के बंचारी, सौंध, दीघौट गांव में हर साल धूरेड़ी के बाद अगले दिन हुरंगा त्योहार मनाया जाता है। ग्रामीणों द्वारा पीतल की बड़ी-बड़ी पिचकारियों से एक-दूसरे पर पानी के रंग बरसाए जाते हैं। बंचारी में आज इसकी शुरुआत नीम वाले मंदिर से होकर प्रसिद्ध दाऊजी मंदिर से सरपंच सीताराम ने रीबन कट करके की। बंचारी में जगह-जगह स्वागत द्वार व कपड़े की झालरों से पूरे बंचारी को सजाया गया था। बंचारी में चौथैया पट्टी, पंछा पट्टी, पेम पट्टी के नागरिकों के बीच ये होली का त्योहार जिसको हुरंगा के नाम से जाना जाता है। ये होली कई घंटे तक खेली जाती है जिसे देखने हजारों लोग बंचारी आते हैं। शाम को बंचारी के समीप स्थित लोहिना, डकोरा, मरौली व जटयानी गांवों के ग्रामीण बंचारी दाऊजी मंदिर पर आते हैं और पूजा करते हैं। रात को सभी चौपालों पर देश-विदेश में प्रसिद्ध बंचारी की नगाड़ा पार्टी के कलाकारों द्वारा रागनियों की प्रस्तुति दी जाती है।