मंदिर पर ग्रेनेड हमले का संदिग्ध मुठभेड़ में ढेर, दूसरा फरार
अमृतसर में ठाकुरद्वारा मंदिर पर हैंड ग्रेनेड फेंकने की वारदात में शामिल एक संदिग्ध पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। उसकी पहचान बल गांव निवासी गुरसिदक सिंह के रूप में हुई है। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक अन्य संदिग्ध, राजासांसी निवासी विशाल फरार हो गया। उसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि मोटरसाइकिल सवार संदिग्धों को जब पुलिस टीम ने रुकने का इशारा किया तो उन्होंने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चला दीं। एक गोली हेड कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह के बाएं हाथ में लगी, जबकि एक गोली इंस्पेक्टर अमोलक सिंह की पगड़ी में लगी। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पांच राउंड गोलीबारी की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गुरसिदक सिंह घायल हो गया और बाद में उसने दम तोड़ दिया, जबकि विशाल भाग गया। गुरसिदक छीनाझपटी के दो मामलों में संलिप्त था और हाल ही में जेल से रिहा हुआ था। विशाल पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है।
पंजाब पुलिस के प्रमुख गौरव यादव ने कहा कि विशेष खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए अमृतसर पुलिस ने मंदिर पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाया है।
गौर हो कि गत शुक्रवार देर रात दो बाइक सवारों ने खंडवाला इलाके में मंदिर पर हैंड ग्रेनेड फेंका था। पंजाब पुलिस ने कहा था कि उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका होने का संदेह है।