आर्य समाज बुबका के वार्षिकोत्सव का शुभांरभ
रादौर, 15 मार्च (निस)
आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य तथा आर्य समाज बुबका के वार्षिक उत्सव के अंतर्गत गांव बुबका में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पहले दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज बुबका के संरक्षक सेवा राम आर्य ने की। इस अवसर पर वैदिक हवन-यज्ञ भी किया गया। आर्य समाज बुबका के प्रधान राजबीर आर्य मुख्य यजमान के रूप में मौजूद रहे। गुरुकुल शादीपुर के आचार्य नरेश कुमार आर्य ने पूरी वैदिक रीति से हवन-यज्ञ संपन्न करवाया। कार्यक्रम में गुरुकुल कुरुक्षेत्र के संगीताचार्य जयपाल आर्य मुख्य रूप से मौजूद रहे।
जयपाल आर्य ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज से लगभग 150 वर्ष पहले स्वामी दयानंद ने आर्य समाज की स्थापना उस दौर में की थी जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। भारत को आजाद करवाने में ज्यादातर क्रांतिकारी आर्य समाज से प्रेरणा लेकर ही आजादी की जंग में कूद पड़े थे। उन क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान देकर भारत को आजाद करवाया था। हम सभी को भी स्वामी दयानंद के दिखाए मार्ग पर चलकर देश की तरक्की में अपना योगदान देना चाहिए।
इस अवसर पर आर्य समाज बुबका के उपप्रधान नौरती राम, सरपंच छोटेलाल, पूर्व सरपंच सुनील कुमार, ईश्वर चंद, राजकुमार, हुक्म सिंह, सत्यदेव आर्य, रविन्द्र कुमार, धर्मपाल आर्य, हुक्मचंद आर्य, मनीष आर्य, नीतीश कुमार, रामेश्वर, शिवांश, नितांश सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।