PGI में हुआ रूमेटोलॉजी सम्मेलन, विशेषज्ञों ने दी महत्वपूर्ण जानकारियां
विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चडीगढ़, 16 मार्च
PGI चंडीगढ़ में रविवार को "करेंट पर्सपेक्टिव्स इन रूमेटोलॉजी" विषय पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सीएमई का उद्घाटन पीजीआईएमईआर के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने किया। सम्मेलन का मुख्य आकर्षण प्रो. एस.डी. देओधर मेमोरियल लेक्चर रहा, जिसे प्रो. प्रदीप बंबेरी (कंसल्टेंट रूमेटोलॉजिस्ट, बंडाबर्ग, ऑस्ट्रेलिया) ने प्रस्तुत किया। उनका व्याख्यान विज्ञान, इतिहास और कविता का सुंदर समावेश था।
सम्मेलन के दौरान प्रो. विनय सक्सूजा, प्रो. अमोद गुप्ता, प्रो. कुसुम जोशी, प्रो. सुभाष वर्मा, प्रो. जे.बी. दिलावरी और प्रो. भूषण कुमार को सम्मानित किया गया। यह आयोजन काफी सफल रहा, जिसमें 250 से अधिक प्रतिनिधियों ने प्रत्यक्ष रूप से और करीब 150 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन भाग लिया।
महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों की चर्चा
सम्मेलन में रूमेटॉइड आर्थराइटिस (RA), सिस्टेमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस (SLE), सिस्टेमिक स्क्लेरोसिस और सिस्टेमिक वैस्कुलाइटिस जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर परिचर्चा हुई। इन रोगों के प्रबंधन पर भी विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे।
विशेषज्ञ वक्ताओं में प्रो. अमन शर्मा (आयोजक सचिव), प्रो. वरुण धीर, प्रो. शेफाली शर्मा, डॉ. अश्विनी कुमार (पुणे), डॉ. देवाशीष मिश्रा (अबू धाबी), अर्ज्य चट्टोपाध्याय (कोलकाता) और डॉ. शंकर नायडू शामिल थे।
विभिन्न विषयों पर बहस में डॉ. बेंजेटा पिंटो (बेंगलुरु), डॉ. आदर्श एम.बी. (कालीकट), डॉ. जॉयदीप (रायपुर), डॉ. साखी मित्तल (नई दिल्ली), डॉ. चिराग (लखनऊ), डॉ. नूपुर (इंदौर), डॉ. नीलाद्रि (हैदराबाद) और डॉ. जितिन मैथ्यूज (हैदराबाद) ने भाग लिया।
प्रो. विवेक लाल ने पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में रूमेटोलॉजी सेवाओं की समृद्ध विरासत और परंपरा पर प्रकाश डाला।