टीके की पूरी डोज ले चुके लोगों को ही मिलेगा पंजाब में प्रवेश
चंडीगढ़, 14 अगस्त (एजेंसी)
पंजाब सरकार ने शनिवार को घोषणा की कि सोमवार से राज्य में केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश की इजाजत दी जाएगी जिनका कोविड-19 रोधी पूर्ण टीकाकरण हो चुका है या फिर जिनके पास आरटी-पीसीआर रिपोर्ट है जिसमें संक्रमण नहीं होने की पुष्टि हुई हो।
मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने यहां कोविड समीक्षा बैठक के बाद ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश और जम्मू से आने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सिंह ने हिमाचल प्रदेश तथा देश के अन्य हिस्सों में संक्रमण दर पर चिंता जताई जिसकी वजह से संभवत: पंजाब में भी पिछले हफ्ते संक्रमण दर बढ़कर 0.2 फीसदी हो गई। उन्होंने पहले से लागू प्रतिबंधों के अलावा नये प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए चेतावनी दी कि कैम्ब्रिज के एक अध्ययन में यह अनुमान जताया गया है कि अगले 64 दिनों में मामले दोगुने होने की आशंका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नयी पाबंदियां पंजाब में सड़क, रेल और हवाई मार्ग से प्रवेश करने वाले सभी लोगों पर लागू होंगी। स्कूलों में कोरोना वायरस के मामले सामने आने की खबरों पर सिंह ने कहा कि स्कूलों और कालेजों में वे शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मी ही जा सकेंगें जिनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है या फिर जो हाल में कोविड से उबरे हैं। इसके अलावा ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प भी सभी बच्चों के पास उपलब्ध रहेगा।
पंजाब में नौ अगस्त से, सरकारी स्कूलों में 41 विद्यार्थी और एक कर्मचारी संक्रमित पाया गया है। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने शिक्षकों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों को दूसरी खुराक शीघ्र देने के लिए दो खुराक के बीच के अंतर को कम करने का सुझाव दिया।
प्रति दिन होंगी 60,000 कोविड जांच : अमरेंद्र
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने शनिवार को कोविड-19 जांच की संख्या को दैनिक स्तर पर कम से कम 60,000 नमूनों तक बढ़ाने के आदेश दिए। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि संक्रमण के प्रसार की मौजूदा गति के हिसाब से मामले 64 दिन में दोगुने हो जायेंगे। फिलहाल, राज्य में रोजाना 45,000 से 49,000 नमूनों की जांच होती है। संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर राज्य की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को सरकारी और निजी अस्पतालों में रोगियों, प्रवेश बिंदुओं पर यात्रियों, सरकारी कार्यालयों, उद्योगों और श्रमिक कालोनियों में जांच को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने एक बयान में कहा कि इसके आधार पर जिलों को लघु संक्रमण क्षेत्रों से निपटने के लिए रणनीति तैयार करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने लुधियाना और फरीदकोट में बच्चों के कोविड वार्ड और पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों का उद्घाटन किया।