भूजल की कमी पर सांसद कार्तिकेय ने राज्यसभा में जताई चिंता
मोरनी, 17 मार्च (निस)
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने राज्यसभा में शून्य काल चर्चा में मोरनी हिल्स और हरियाणा के आसपास के क्षेत्रों में भूजल की कमी और जल संसाधनों की दुर्लभता पर महत्वपूर्ण चिंता जताई। उन्होंने सदन के अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा के पहाड़ी और चट्टानी इलाकों में भूजल की कमी एक गंभीर समस्या बन गई है। उन्होंने केंद्रीय सरकार के राष्ट्रीय जल मिशन और अमरूत 2.0 की कोशिशों की सराहना की। साथ ही हरियाणा सरकार के जलापूर्ति, सिंचाई और औद्योगिक जल आपूर्ति के प्रयासों की भी सराहना की। सांसद ने जलवायु परिवर्तन और अप्रत्याशित वर्षा के पैटर्न के कारण, केंद्रीय और राज्य सरकारों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया। सांसद ने सदन में जल संरक्षण के लिए कुछ सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि जलसंकट ग्रस्त क्षेत्रों में जल संचयन परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जाए और अमृत भारत और अमृत 2.0 मिशनों के तहत जल परीक्षण प्रयोगशालाओं को तकनीकी समर्थन दिया जाए। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर मिशन के तहत पारंपरिक जलाशयों (कुआं, तालाब, झील) को पुनर्जीवित किया जाए और चल रही परियोजनाओं की निगरानी बढ़ाई जाए तथा भूजल संसाधनों का मानचित्रण किया जाए।