करनाल में भिड़े हुड्डा-एसकेआर गुट
रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 5 सितंबर
कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान का असर करनाल के नेताओं, कार्यकर्ताओं पर दिखाई नहीं दे रहा। चौधर की लड़ाई मोहब्बत की दुकान पर भारी पड़ रही है। मंगलवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक कांग्रेसी नेताओं, कार्यकर्ताओं की राय जानने पहुंचे तो बाहर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा व सैलजा, किरण, रणदीप सुरजेवाला (एसकेआर) के समर्थक आपस में भिड़ गए। दोनों खेमे के समर्थकों में जमकर धक्का-मुक्की हुई, एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जड़े गए। एसकेआर खेमे के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने पर्यवेक्षक गोबैक, पार्टी में बाप-बेटे की नहीं चलेगी, के नारे लगाये। जवाब में हुड्डा समर्थकों ने भूपेंद्र सिंह के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। एसकेआर समर्थकों ने हुड्डा के एक पूर्व विधायक पर माइक छीनकर तोड़ने का आरोप लगाया, जबकि पूर्व विधायक ने बाद में आरोपों को नकार दिया। हालांकि कमरे के अंदर मीटिंग चलती रही, बाहर समर्थकों के बीच माहौल तनावपूर्ण हो गया। जो कई कांग्रेस नेताओं के बीच में आने के बाद शांत हो पाया। हालांकि पार्टी नेताओं को हिसार, जींद व पानीपत के बाद करनाल में होने वाली मीटिंग में हंगामा होने का अंदेशा था, क्योंकि एसकेआर खेमे के समर्थक पर्यवेक्षकों पर हुड्डा के नजदीकी होने के आरोप लगा रहे हैं। आरोप लगाए कि पर्यवेक्षक उनकी बात नहीं सुनेंगे। हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले हुड्डा व एसकेआर खेमे के बीच राजनीतिक दुश्मनी उभर कर सामने आ रही है।
पर्यवेक्षकों ने जानी नेताओं की राय
एसकेआर खेमे से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोऑर्डिनेटर योगराज भदौरिया, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोऑर्डिनेटर जरनैल सिंह व एसएल शर्मा पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस करनाल में पहुंचे। मौके पर करनाल जिला प्रभारी व पूर्व विधायक लहरी सिंह, पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा, पूर्व विधायक सुमिता सिंह, पूर्व विधायक राकेश कंबोज, भीमसेन मेहता व अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने बताया कि सभी कांग्रेस कार्यकर्ता हैं, लेकिन आज जो हुआ, वो गलत है।