Holi Celebration : श्री बालाजी प्रचार मंडल का भव्य महोत्सव... फूलों की होली, भजनों की गूंज और भक्तिरस में डूबे श्रद्धालु
चंडीगढ़, 15 मार्च (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Holi Celebration : प्राचीन हनुमान मंदिर, सेक्टर-32ए, चंडीगढ़ में जब "होली के रंग, बालाजी के संग" महोत्सव का शुभारंभ हुआ, तो पूरा माहौल भक्तिरस से सराबोर हो गया। श्री बालाजी प्रचार मंडल चंडीगढ़ द्वारा आयोजित इस 16वें वार्षिक उत्सव में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। रंग, भजन, भक्ति और उत्साह का ऐसा संगम बना कि हर कोई बालाजी महाराज की भक्ति में लीन हो गया।
धार्मिक आस्था का सागर उमड़ा
मुख्य अतिथि श्री माता बाला सुंदरी मंदिर, पेहवा के संस्थापक जनक राज सिंगला जी विशेष रूप से इस पावन अवसर पर पहुंचे। चंडीगढ़ की कई धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और किन्नर समाज के अध्यक्षों ने भी दरबार में माथा टेककर आशीर्वाद लिया।
भजन संध्या ने बांधा समां
भक्तिरस की गंगा तब प्रवाहित हुई, जब कैथल से आए भजन गायक बहादुर सैनी ने अपनी सुरीली आवाज में एक के बाद एक भजन गाकर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
श्री बालाजी प्रचार मंडल द्वारा कीर्तन का शुभारंभ गणेश वंदना, सरस्वती वंदना, राम स्तुति, हनुमान चालीसा और संकट मोचन से किया गया। इसके बाद जब "रात बाबा आज थाने आनो है" की गूंज उठी, तो ऐसा लगा मानो स्वयं श्री बालाजी महाराज भक्तों के बीच विराजमान हो गए हों।
भजनों की यह माला "दिल दिया है, जान भी देंगे" जैसे देशभक्ति गीतों से और भी रंगीन हो गई। हालांकि, बीच में बारिश ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, लेकिन श्रद्धालुओं के जोश में कोई कमी नहीं आई। कीर्तन को मंदिर के अंदर स्थानांतरित किया गया और भजनों की गूंज और भी प्रबल हो गई।
फूलों की होली और भव्य भंडारा
इस आयोजन की सबसे अनोखी बात रही फूलों की होली। भक्तों ने 2 क्विंटल फूलों से सजे 60 फीट ऊंचे दरबार में बाबा के साथ होली खेली। यह नजारा इतना मनमोहक था कि हर भक्त भक्ति और आनंद के रंग में सराबोर हो गया। इसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया, जहां श्रद्धालुओं ने प्रेम और आस्था के साथ प्रसाद ग्रहण किया।
महोत्सव की सफलता में कार्यकारिणी की भूमिका
इस पावन आयोजन को सफल बनाने में श्री बालाजी प्रचार मंडल की कार्यकारिणी के वरिष्ठ उपप्रधान श्री सुनील अरोड़ा, उपप्रधान रजनेश चन्द्र, सचिव पिंका पराशर, कैशियर राज कुमार गर्ग, प्रेस सचिव राज मोहन ढल, सचिव शैलेन्द्र शर्मा, संदीप कम्बोज, सुभाष गलहोत्रा और सुमित अग्रवाल सहित अन्य सदस्यों का विशेष योगदान रहा। मंडल के सदस्यों ने श्रद्धालुओं और शहरवासियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इसी तरह आध्यात्मिक उत्सवों में भाग लेने का आह्वान किया।