Haryana News : प्राकृतिक खेती के सपनों को साकार करने में सहयोगी बनेंगे ‘माननीय’, विधानसभा द्वारा किया जाएगा दो दिन का विशेष सेमिनार
चंडीगढ़, 27 मार्च (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Haryana News : हरियाणा के किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर आकर्षित किया जाएगा। अगले वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान प्रदेश में एक लाख एकड़ भूमि में प्राकृतिक खेती करवाने का लक्ष्य रखा है। किसानों को रुझान इस ओर बढ़ाने के लिए सभी राजनीतिक दल मिलकर भी काम करेंगे। प्राकृतिक खेती पर बृहस्पतिवार को विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने भी इसमें रुचि दिखाई।
स्पीकर ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण विषय है। इसके लिए सभी विधायकों का सहयोग भी जरूरी है। कल्याण ने कहा कि विधानसभा द्वारा इसके लिए दो दिन का विशेष सेमिनार आयोजित किया जाएगा। यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा के प्रस्ताव के जवाब में कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि प्राकृतिक खेती में देसी गाय की अहम भूमिका है। इसीलिए सरकार ने नियमों में बदलाव करते हुए दो एकड़ की बजाय अब एक एकड़ भूमि पर भी देसी गाय खरीद के लिए किसानों को 30 हजार रुपये अनुदान देने का निर्णय लिया है।
इससे पहले गाय खरीद के लिए किसानों को 25 हजार रुपये दिए जाते थे। अरोड़ा ने प्राकृतिक खेती को महंगा बताया तो कृषि मंत्री ने दावा किया कि प्राकृतिक खेती की लागत कम है। राणा ने कहा कि 2022-23 से राज्य योजना सतत कृषि रणनीतिक पहलों को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक खेती को लागू किया है। प्राकृतिक खेती योजना के उद्देश्य से सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान, किसान संगोष्ठी, कार्यशाला और प्राकृतिक खेती मेले आयोजित किए गए।
2022 से अब तक 720 किसान गोष्ठियां, 22 कार्यशालाएं, एक राज्य स्तरीय आयोजित किया जा चुका है, इन कार्यक्रमों में 35 हजार से अधिक किसानों ने भाग लिया है। कृषि मंत्री ने बताया कि सरकार ने किसानों और कृषि विभाग के अधिकारियों की जागरूकता और प्रशिक्षण कौशल को बढ़ावा देने के लिए गुरुकुल कुरुक्षेत्र, हमेटी जींद, घरौंडा करनाल और मंगियाना सिरसा में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए हैं। 2022 से अब तक 9707 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। हमेटी जींद में 6234 सरपंचों को एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
पौने दो लाख से अधिक किसानों की रुचि
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि किसान प्राकृतिक खेती में रुचि दिखा रहे हैं। अभी तक 1 लाख 77 हजार 892 किसानों ने प्राकृतिक खेती में रुचि दिखाई है। इन किसानों ने 2 लाख 63 हजार 979 एकड़ क्षेत्र में प्राकृतिक खेती के लिए पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। इसमें से 16 हजार 800 एकड़ क्षेत्र में प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए 10 हजार 474 किसानों का सत्यापन हो चुका है।