Haryana Assembly Session: गुरुग्राम कैनाल में प्रदूषण पर एकजुट नजर आए विधायक
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 28 मार्च
Haryana Assembly Session: गुरुग्राम कैनाल में प्रदूषित पानी की समस्या को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष मिलकर काम करेंगे। सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया है कि पानी प्रदूषित है और इससे कृषि योग्य भूमि ही खराब नहीं हो रही बल्कि बीमारियां भी फैल रही हैं। नूंह विधायक आफताब अहमद की मांग पर पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने यह भी आश्वासन दिया कि इस समस्या से निपटने के लिए सरकार उच्च स्तरीय कमेटी का गठन करेगी।
राव नरबीर सिंह ने कहा कि इस बार दिल्ली के लोगों ने यमुना के प्रदूषित पानी की वजह से ही आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर करके भाजपा की सरकार बनाई है। दिल्ली की भाजपा सरकार यमुना एक्शन प्लान के तहत प्रदूषण खत्म करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अब दिल्ली से गुरुग्राम कैनाल में आने वाला पानी प्रदूषित नहीं होगा। राव ने कहा कि हरियाणा के हिस्से में यमुना का पानी पीने योग्य है लेकिन दिल्ली में पानी में प्रदूषण काफी अधिक है।
यहां बता दें कि पूर्व की मनोहर सरकार के समय भी यह मामला उठा था। उस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बल्लबगढ़ विधायक मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया था। आफताब अहमद ने इसी तरह से फिर से कमेटी बनाने की मांग उठाई। इस पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जल प्रदूषण के मुद्दे पर सरकार गंभीर है और इसके लिए कमेटी भी बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम कैनाल में नई दिल्ली की ओखला बैराज से पानी आता है। टेस्टिंग में पता लगा कि दिल्ली में पानी बहुत गंदा है।
एनसीआर में सबसे बड़ी परेशानी
गुरुग्राम कैनाल से अकेले गुरुग्राम नहीं बल्कि फरीदाबाद, पलवल, नूंह और राजस्थान के अलवर तक पानी जाता है। पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने माना कि यह पानी पशु-पक्षियों के पीने के लायक भी नहीं था। इसी वजह से दिल्ली के लोगों ने सरकार ही बदल दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अपने स्तर पर भी काम करेगी और दिल्ली में नई सरकार से भी उम्मीद है कि यमुना के प्रदूषण को खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सभी दलों के नेताओं को मिलकर काम करना होगा।