अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
चंडीगढ़, 25 अगस्त (एजेंसी)
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के महासचिव हरीश रावत ने बुधवार को कहा कि अगले साल होने वाला पंजाब विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। रावत ने मुख्यमंत्री को पद से हटाए जाने की इच्छा रखने वाले चार मंत्रियों से देहरादून में मुलाकात की। पंजाब के मंत्रियों-तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, सुखजिंदर सिंह रंधावा और चरणजीत सिंह चन्नी के अलावा कई कांग्रेस विधायकों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री को हटाने जाने की मांग करते हुए कहा था कि वह कुछ प्रमुख चुनावी वादों को पूरा करने में विफल रहे।
रावत एआईसीसी में पंजाब मामलों के प्रभारी भी हैं और उनकी इस घोषणा को असंतुष्ट नेताओं के लिए झटका के तौर पर देखा जा रहा है। रावत ने देहरादून में संवाददाताओं से कहा कि पंजाब में अमरेंद्र सिंह नीत सरकार और आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत की संभावनाओं को लेकर कोई खतरा नहीं है। रावत ने देहरादून के एक होटल में पंजाब के मंत्रियों और तीन विधायकों से मिलने से पहले कहा, ‘हम 2022 में (पंजाब में) चुनाव अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में लड़ेंगे।’ कांग्रेस नेताओं से मुलाकात के बाद रावत ने कहा कि उन लोगों ने उनसे कहा कि वे किसी एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं हैं बल्कि वे विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत की संभावनाओं को लेकर चिंतित हैं।
उधम सिंह का निजी सामान ब्रिटेन से वापस लाया जाये : अमरेंद्र
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने विदेश मंत्री से आग्रह किया है कि वह शहीद उधम सिंह की पिस्तौल और डायरी समेत उनका निजी सामान लौटाने के लिए ब्रिटिश सरकार को कहें। अमरेंद्र सिंह ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर यह मांग की है। जयशंकर को लिखी चिट्ठी में पंजाब के मुख्यमंत्री ने उनसे अपील की कि वह इस मामले को ब्रिटिश सरकार के समक्ष उठाएं ताकि भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाते हुए राष्ट्र महान देशभक्त के प्रति अपना सर्वोच्च आभार व्यक्त करने में सक्षम हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा, “इसी पिस्तौल से शहीद उधम सिंह ने लंदन के कैक्सटन हॉल में माइकल ओ डायर के साथ न्याय किया था।”
किसी के कहने भर से नहीं बदले जाते सीएम : परनीत कौर
मोहाली (निस) : किसी के कह देने भर से मुख्यमंत्री नहीं बदले जाते। मुख्यमंत्री किसे बनाना है या हटाना है, ये सब कांग्रेस आलाकमान को तय करना है। ये बात आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की पत्नी परनीत कौर मोहाली में पंजाब वाटर रिसोर्स मैनजमेंट एंड डेवलपमेंट कारपोरेशन के चेयरमैन महंत हरविंदर सिंह खनौड़ा को पदभार ग्रहण करवाने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही। पटियाला से सांसद परनीत कौर ने कहा कि साढ़े चार साल तक तो सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। आखिरकार पिछले दो महीने में ऐसा क्या हो गया कि कैप्टन पर सवाल उठने लगे। क्या पहले साढ़े चार साल वे लोग खुश थे जो अब कैप्टन के खिलाफ बोल रहे है? परनीत कौर ने कहा कि ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए? इससे पार्टी को नुकसान हो रहा है। सबको मिलकर काम करना चाहिए। पंजाब कांग्रेस में जारी उठापटक और कश्मीर को लेकर पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार दिए बयान पर सांसद सदस्य परनीत ने कहा कि नियुक्त किए सलाहकार कौन है? कहां से आए है? वे नहीं जानती? सिद्धू को ऐसे सलाहकार लेने चाहिए जो पार्टी को समझें और गलत बयानबाजी न करे। परनीत कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हर फ्रंट पर बेहतर काम किया है चाहे वह कोविड हो या अमृतसर संसदीय क्षेत्र का चुनाव। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ इतना कहेंगी कि सब पार्टी के लिए मिलकर काम करे। परनीत कौर ने मुख्यमंत्री को गन्ने कीमतों को लेकर किए गए फैसले के लिए बधाई दी। कौर ने कहा कि कांग्रेस शुरू से किसानों के साथ है और रहेगी। सीएए पर पूछे गए सवाल पर परनीत कौर ने कहा कि पहली प्राथमिकता अफगानिस्तान से आए शरणर्थियों को शरण देने की है। उनको जहां बेहतर माहौल मिले और उनका ध्यान रखा जाए। केंद्र सरकार भी इसको लेकर सजग है।