चंडीगढ़ हवाई अड्डे को पीओसी घोषित करवाने के लिए केंद्र से संपर्क करें सीएम : सांसद
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 21 मार्च (हप्र)
चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी ने पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के अलावा, केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक से आग्रह किया कि वे चंडीगढ़ स्थित शहीद-ए-आजम भगत सिंह चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को प्वाइंट्स ऑफ कॉल (पीओसी) के रूप में नामित करने का मुद्दा नागरिक उड्डयन मंत्रालय के समक्ष उठाएं।
तिवारी ने बताया कि उन्होंने इस मामले पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू से चर्चा की थी और लोकसभा में भी यह मामला उठाया था। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने उनसे मुलाकात के दौरान आश्वासन दिया था कि मंत्रालय इस पर नीतिगत निर्णय लेगा, क्योंकि देश भर के विभिन्न राज्यों की राजधानियों से भी इसी प्रकार के अनुरोध प्राप्त हुए हैं, लेकिन लोकसभा में उनके प्रश्न के उत्तर में मंत्रालय ने चंडीगढ़ हवाई अड्डे को पीओसी के रूप में नामित करने से सीधे तौर पर इनकार करते हुए, यह तर्क दिया कि वे भारत में पंजीकृत एयरलाइनों को गैर-मेट्रो हवाई अड्डों से अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ान भरने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि चूंकि चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी के रूप में कार्य कर रहा है, इसलिए दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा, चंडीगढ़ के प्रशासक व पंजाब के राज्यपाल को भी चंडीगढ़ हवाई अड्डे को पीओसी के रूप में नामित करने के लिए केंद्र के साथ मामला उठाना चाहिए। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को लिखे पत्र में तिवारी ने कहा कि उन्हें जवाब में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि चंडीगढ़ हवाई अड्डे को प्वाइंट ऑफ कॉल (पीओसी) का दर्जा नहीं दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के मामले में पंजाब से बड़ी संख्या में लोग नियमित रूप से कनाडा, यूएसए, यूके, यूरोप के बड़े हिस्से, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया और संयुक्त अरब अमीरात में काम और पर्यटन दोनों के लिए यात्रा करते हैं। इसलिए, चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, पॉइंट्स ऑफ कॉल (पीओसी) के रूप में नामित होने के मानदंडों पर पूरी तरह से खरा उतरता है।