चुनावी वादों पर अमल का नायाब बजट
दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 17 मार्च
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वित्त मंत्री के रूप में सोमवार को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 2 लाख 5 हजार 17 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। यह मौजूदा वित्त वर्ष के 1 लाख 80 हजार 313 करोड़ रुपये के बजट के मुकाबले 13.7 प्रतिशत ज्यादा है। टैक्स फ्री बजट में प्रदेश के किसानों, श्रमिकों, महिलाओं, व्यापारियों और उद्योगपतियों सहित हर वर्ग को साधने की ‘नायाब’ कोशिश की गयी है। नायब सरकार के पहले बजट में किसानों के लिए नयी योजनाओं के साथ-साथ पुरानी योजनाओं की सब्सिडी एवं प्रोत्साहन राशि में इजाफा किया गया है।
सीएम नायब सैनी ने विधानसभा चुनाव में जारी किए गये ‘संकल्प-पत्र’ के 90 वादों को भी बजट में पूरा कर दिया है। शिक्षा के क्षेत्र पर विशेष फोकस करते हुए नये संस्कृति मॉडल स्कूलों के साथ कॉलेज बनाने का भी विजन बजट में स्पष्ट है। विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति, मुफ्त शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सहित विभिन्न वर्गों के लिए बजट में 200 के करीब नयी योजनाओं/ परियोजनाओं का ऐलान किया गया है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की महिलाओं को ‘लाडो-लक्ष्मी’ योजना के तहत हर माह 2100 रुपये देने के चुनावी वादे को बजट में पूरा करने का संकल्प दोहराया गया है। इसके लिए 5000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। लेकिन यह योजना कब से लागू होगी, कैसे लागू होगी और किस वर्ग की महिलाओं को यह आर्थिक मदद मिलेगी, इसका बजट में खुलासा नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि महिला एवं बाल विकास विभाग विस्तृत योजना बना रहा है। इसकी घोषणा बाद में अलग से होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन-2047 के अनुरूप मिशन हरियाणा-2047 नामक एक उच्च स्तरीय टास्क फोर्स की शुरुआत सरकार ने की है। इसके जरिये हरियाणा में सकल घेरलू उत्पाद को एक ट्रिलियन अमेरिकी डालर के स्तर तक पहुंचाने और प्रदेश में 50 लाख नये रोजगार पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है। मिशन के लिए सीएम ने पांच करोड़ का आवंटन किया है।
बजट में गांवों व शहरों के विकास का खाका खींचा गया है। 21 गांवों में महाग्राम महायोजना के तहत डेवलपमेंट प्लान बनेंगे। दो किलोवाट तक के कनेक्शन वाले अंत्योदय परिवारों को अधिकतम 1 लाख 10 हजार रुपये की सब्सिडी मिलेगी। सरकारी कॉलेजों में बीएससी की पढ़ाई करने वाली बेटियों की ट्यूशन फीस माफ होगी। प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों को देसी गाय की खरीद पर 30 हजार रुपये अनुदान मिलेगा। मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत धान की खेती छोड़ने वाले किसानों को 7 हजार के बजाय 8 हजार रुपये प्रति एकड़ दिए जाएंगे। पराली प्रबंधन के लिए अब किसानों को 1000 की बजाय 1200 रुपये प्रति एकड़ दिए जाएंगे। धान की सीधी बुआई करने वाले किसानों की प्रोत्साहन राशि 4000 से बढ़ाकर 4500 रुपये प्रति एकड़ होगी। यूरिया व डीएपी खाद की बिक्री मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल के जरिये होगी। बागवानी मिशन अब पूरे प्रदेश में लागू होगा। कोल्ड स्टोरेज पर सस्ती दरों पर बिजली मुहैया करवाई जाएगी। कई जिलों में अस्पताल अपग्रेड होंगे।
दो लाख करदाताओं को राहत
प्रदेश के करीब दो लाख छोटे करदाताओं (व्यापारियों) को बड़ी राहत दी गयी है। एक लाख से कम बकाया पर ब्याज और जुर्माना माफ होगा। एक से दस लाख रुपये तक के बकाया में ब्याज, जुर्माना व राशि पर 60 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। दस लाख से दस करोड़ रुपये तक बकाया राशि के करदाताओं को ब्याज, जुर्माने और कर में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
बेटियों के लिए घोषणाएं
महिला उद्यमियों को एक लाख रुपये तक ब्याज मुक्त लोन का होगा प्रबंध। पंचकूला, पानीपत, सोनीपत, रेवाड़ी, फरीदाबाद और गुरुग्राम में बनेंगे महिला छात्रावास। सरकारी भवनों की कैंटीन में एक तिहाई टेंडर महिला स्वयं सहायता समूहों को। नूंह की तर्ज पर सभी जिलों में ‘किशोरी’ योजना होगी लागू, 60 करोड़ का आवंटन।
खिलाड़ियों को सुविधाएं
ओलंपिक पदक विजेताओं को अकादमी के लिए पांच करोड़ तक ऋण, प्रदेश की पांच यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स एक्सीलेंस सेंटर होंगे स्थापित, खिलाड़ियों का 20 लाख रुपये तक स्वास्थ्य बीमा होगा, सरकार देगी प्रीमियम। आवासीय नर्सरियों में खिलाड़ियों को 400 के बजाय 500 मिलेगी रोजाना डाइट मनी, 2036 के ओलंपिक में 36 पदक का लक्ष्य, 20 करोड़ का विशेष पैकेज।
‘जोगिया’ रंग का कुर्ता और तिलक
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जोगिया रंग के कुर्ते और सफेद पायजामे में विधानसभा पहुंचे। उन्होंने मैचिंग पटका भी गले में डाला हुआ था। माथे पर सिंदूरी तिलक लगाकर आए मुख्यमंत्री ने 2 बजकर 4 मिनट पर शुरुआत की और 2 घंटे 57 मिनट में 79 पेज का बजट भाषण पढ़ा। मैथिलीशरण गुप्त की कविता - ‘हम क्या थे, क्या हो गए और क्या होंगे अभी। आओ विचारें आज मिलकर, ये समस्याएं सभी’ के साथ शुरुआत की और 171 प्वाइंट्स का बजट गुरु रविदास के शब्दों - ‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न! छोट-बड़ो सभ सम बसै, रैदास रहे प्रसन्न’, के साथ समाप्त किया।
राजस्व घाटे में कमी
नायब सिंह सैनी ने बजट पेश करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजस्व घाटे में पिछले 10 वर्षों में काफी कमी आई है। इस दौरान राज्य की जीडीपी औसतन 10.8 प्रतिशत और प्रति व्यक्ति आय औसतन 9.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। वहीं 2014-15 से लेकर 2023-24 के बीच 9 वर्षों की अवधि में सरकारी उपक्रमों का बकाया ऋण बढ़ने के बजाय 1627 करोड़ रुपये कम हुआ।