संस्कारित व मूल्यवान शिक्षा से होता प्रगति का मार्ग प्रशस्त : मुनि प्रणम्य सागर
रेवाड़ी, 17 मार्च (हप्र)
पूर्ण आत्मविश्वास से अहं छोड़कर संस्कारित व मूल्यवान शिक्षा प्राप्त करना ही प्रगति का मार्ग प्रशस्त करता है। यह आशीर्वचन संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर के परम शिष्य मुनि प्रणम्य सागर ने दिए। वह सोमवार को मुनि संघ सहित जैन पब्लिक स्कूल के ऑडिटोरियम में शिक्षकों का मार्गदर्शन कर रहे थे। बच्चों को त्याग और धैर्य का मंत्र देने का आह्वान करते हुए उन्होंने खुशनुमा माहौल में शिक्षा देने का आह्वान किया। उन्होंने- पररस्परोपग्रहो जीवानाम- सूत्र समझाकर सभी को आपस में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय के मीडिया प्रभारी गोपाल शर्मा ने बताया कि मुनि प्रणम्य सागर महाराज के ससंघ विद्यालय में आने पर प्रबंधन समिति एवं जैन समाज की ओर से उनकी पाद प्रक्षालन किया गया। श्रीसंतोष जैन ऑडिटोरियम में मीनाक्षी जैन एवं सीमा जैन ने मंगलाचरण किया। जैन समाज के प्रधान महेंद्र जैन, उप प्रधान अरविंद जैन, सचिव हेमराज जैन, सह सचिव अजय जैन, कोषाध्यक्ष अजय जैन, जैन स्कूल प्रबंधन समिति के प्रधान प्रदीप जैन, उप प्रधान राकेश जैन, सचिव अमित जैन, प्रबंधक मोहित जैन, कोषाध्यक्ष सचिन जैन, सदस्य अनुज जैन, भारत जैन, प्रद्युम्न जैन, पूर्व प्रधान देवेंद्र जैन आदि ने भगवान महावीर के चित्र का अनावरण कर दीपार्चन किया।