पंजाब सरकार के जुल्म का जवाब किसान सब्र से देंगे : लक्खोवाल
उन्होंने कहा कि 5 मार्च को चंडीगढ़ में लगने वाले धरने से पहले ही किसान नेताओं को जेल में डाल दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पंजाब पुलिस को खुली छूट देकर अलोकतांत्रिक तरीके से लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन किया है और पूरे पंजाब को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया है। लक्खोवाल ने कहा कि इसी तरह शंभू और खनौरी बॉर्डरों पर लगे धरनों को केंद्र और पंजाब सरकार ने मिलकर कुचलने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि किसानों को मीटिंग के लिए बुलाकर जब वे लौट रहे थे, तो रास्ते में ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में तीन जिलों की पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर लगे धरनों पर बुलडोजर चलवा दिए। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों समेत किसानों के सामान को तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया गया। बड़े स्तर पर किसानों का सामान चोरी भी हुआ, जिसकी रिपोर्ट लगातार अखबारों में आ रही हैं।