गायत्री परिवार का ध्येय सनातन संस्कृति के प्रति जागरूक करना, गायत्री मंत्र का घर-घर प्रचार
गुहला चीका, 16 मार्च (निस)
विश्व शांति और सद्भावना का संदेश लेकर अखिल विश्व गायत्री परिवार हरिद्वार के शांतिकुंज से 11 दिसंबर को शुरू हुई ज्योति कलश रथ यात्रा का रविवार को चीका में भव्य स्वागत हुआ। यात्रा हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड का भ्रमण करते हुए 12 अप्रैल को पंचकूला में संपन्न होगी। यात्रा के चीका पहुंचने के बाद हुड्डा कालोनी नंबर 3 में चल रहे भारतीय योग संस्थान के योग केंद्र परिसर में पांच कुण्डीय यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और आहुति डाली। यज्ञ से पहले आचार्य सतीश गौतम ने बताया कि हरिद्वार में गायत्री परिवार के सूत्र संचालक गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा ने 1926 में वसंत पंचमी के दिन अखंड ज्योत जलाई थी, जिसे 2026 में वसंत पंचमी के दिन सौ वर्ष पूरे हो जाएंगे। गायत्री परिवार का मुख्य ध्येय लोगों को सनातन संस्कृति के प्रति जागरूक करना, गायत्री मंत्र का प्रचार घर-घर करना व लोगों में वैचारिक जागृति लाना है। इस दौरान आचार्या सतीश गौतम, आचार्या देवता प्रसाद, आचार्या दरियाव सिंह व आचार्या चेतन ने भजन कीर्तन से माहौल को भक्तिमय बना दिया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक प्रेम सिंह पुनिया ने बताया कि गायत्री परिवार पूरे विश्व में आपसी प्रेम व सद्भाव से रहने का संदेश दे रही है, वहीं हवन यज्ञों से वातावरण शुद्ध हो रहा है।