किसान नेता सरवन सिंह पंधेर जेल से रिहा, जायजा लेने पहुंचे शम्भू बाॅर्डर
19 मार्च से जेल में बंद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर शुक्रवार को जेल से रिहा होने के बाद शम्भू बाॅर्डर पर जायजा लेने के लिये पहुंचे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के साथ बैठक ठीक-ठाक होने के बाद उन्हें पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर पहले बहादुरगढ़ पटियाला ले जाया गया और वहां से जेल भेज दिया गया।
पटियाला जेल में हमने देखा कि किस प्रकार मोबाइल फोन व नशाखोरी चल रही है। नशा समाप्त करने की बात कहने वाले नेता जो दावे करें लेकिन पुलिस किसी बड़े तस्कर को गिरफ्तार नहीं कर रही। पंधेर ने कहा कि सरकार ने किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए नशा बंद करने की मुहिम चलाई है। इसी कड़ी में पांच मार्च को प्रदर्शन करने चंडीगढ़ जा रहे किसानों को मारपीट कर गिरफ्तार किया गया।
पहले नेता एवं मंत्री कहते थे कि उनका किसानों के साथ कोई झगड़ा नहीं है, लेकिन अब कहते हैं किसानों ने रास्ते बंद कर दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दिल्ली के अपने नेताओं अरविंद केजरीवाल व अन्य को ईडी व सीबीआई आदि से बचाने के लिये किसान अंदोलन की बलि दी है। अब ऐसे हालात बनते जा रहे हैं, जिससे लगता है कि 2027 के विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी, भाजपा के साथ मिलकर लड़ने जा रही है। पंधेर ने कहा कि सरकार रहे या न रहे पर किसान आंदोलन जारी रहेगा, उसका प्रारूप क्या होगा, उसके बारे में दोनों मोर्चे के नेता बैठ कर विचार करेंगे।