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फाइव आइज़ की दृष्टि
अठारह अक्तूबर के दैनिक ट्रिब्यून में पुष्परंजन का लेख ‘फाइव आइज़’ के कंधे पर भारत विरोधी खेल’ में उल्लेख किया गया है कि कनाडा के पीएम ट्रूडो अपनी सरकार बचाने के लिए सिखों का समर्थन पाने की कोशिश में भारत के खिलाफ निज्जर की हत्या के संबंध में झूठे और हास्यास्पद आरोप लगा रहे हैं। बिना प्रमाण के आरोपों का भारत ने कठोर शब्दों में जवाब दिया, जिससे कनाडा सरकार तिलमिला गई है। ट्रूडो अलगाववादियों का समर्थन लेकर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और ब्रिटेन का भी सहयोग मांग रहा है। जिससे ‘फाइव आइज़’ संगठन खालिस्तानियों को भारत के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए मोहरा बना रहा है। ट्रूडो के दल के ही लोग उसका विरोध कर सरकार गिराने की चुनौती दे रहे हैं।
बीएल शर्मा, तराना, उज्जैन
दिल्ली की आबोहवा
उन्नीस अक्तूबर के दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर ‘त्योहारी मौसम में दिल्ली की आबोहवा खराब...’ चेतावनी देने वाली थी। दिल्ली की हवा की गुणवत्ता त्योहारों के मौसम में बिगड़ रही है, जहां 13 स्थानों पर एक्यूआई 300 से ऊपर रहा है। यमुना में अमोनिया और फास्फेट व प्रदूषण की अधिकता से सांस लेने में कठिनाई और त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। पर्यावरण मंत्री ने इस समस्या के समाधान के लिए एक कमेटी के गठन की घोषणा की है। पंजाब-हरियाणा में पराली जलाने से वायुमंडल धुंधला हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकारों को प्रदूषण रोकने के लिए चेतावनी दी है।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
शहीद स्मृति दिवस
इक्कीस अक्तूबर को, पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया। यह देश के उन पुलिस कर्मियों के लिए भी मनाया जाता है जिन्होंने आम लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी थी। देश में आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस की मुख्य भूमिका होती है। अफसोस इस बात का भी है कि आज आजाद भारत में पुलिस उतना सम्मान नहीं पा रही जितना कि सेना। आज भी आमजन के बीच पुलिस की छवि अंग्रेजों की पुलिस की तरह है।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर