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राजनीतिक खिलाड़ी
दस अक्तूबर के दैनिक ट्रिब्यून में नरेश कौशल का लेख ‘चमत्कार को नमस्कार’ हरियाणा चुनावों के बाद एग्जिट पोल के विपरीत परिणाम दिखला कर राजनेताओं तथा आम लोगों को दंग करने वाला था। कांग्रेस पार्टी को पूरा विश्वास था कि इस बार हरियाणा में उनकी ही सरकार बनेगी परंतु भाजपा ने माइक्रो मैनेजमेंट द्वारा चुपके-चुपके कांग्रेस सरकार की जातीय कार्ड की रणनीति को फेल कर दिया। भाजपा सरकार की 10 साल की एंटी इन्कम्बेंसी को कांग्रेस नहीं भुना सकी। किसानों, जवानों तथा महिला पहलवानों के यौन शोषण का मुद्दा किसी काम नहीं आया। टिकटों के बंटवारे में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खुली छूट देना तथा मुख्यमंत्री पद की दावेदारी का विवाद कांग्रेस को ले डूबा। राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी के प्रचार का कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस के मुकाबले भाजपा वाले चतुर राजनीतिक खिलाड़ी निकले।
शामलाल कौशल, रोहतक
इस जीत के मायने
नौ अक्तूबर के दैनिक ट्रिब्यून का संपादकीय 'भाजपा की हैट्रिक' हरियाणा में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा तीसरी बार बेहतर प्रदर्शन करते हुए सत्ता पर कब्जा करने का विश्लेषण करने वाला था। बेशक लगभग सभी एग्जिट पोल भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को बहुमत दिखा रहे थे, लेकिन भाजपा 48 सदस्यों के बलबूते सरकार बनाने को तैयार है। कांग्रेस 37 पर ही सिमट गई। ओबीसी तथा जाट वोट भाजपा तथा कांग्रेस में बंट गए। टिकटों के बंटवारे ठीक से न होने तथा मुख्यमंत्री के पद को लेकर सैलजा, सुरजेवाला तथा हुड्डा की सार्वजनिक दावेदारी भी कांग्रेस के लिये नुकसानदायक रही।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
मुइज्जू का यूटर्न
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत के दौरे पर आये। उन्होंने सत्ता हासिल करने के लिए भारत का जिन मुद्दों पर विरोध किया था, अब उन पर समझौते के लिए तैयार हैं। उन्होंने समझ लिया है कि भारत से अच्छा कोई पड़ोसी देश नहीं है। मालदीव के राष्ट्रपति की आंखें अब खुल रही हैं, भारत का महत्व समझ में आ रहा है।
हेमा हरि उपाध्याय, खाचरोद, म.प्र.