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09:39 AM Oct 09, 2024 IST

अतिक्रमण का समाधान

‘अन्याय का बुलडोजर’ संपादकीय, दैनिक ट्रिब्यून, 3 अक्तूबर में उठाए गए मुद्दे प्रासंगिक हैं। देशभर में अतिक्रमण की समस्या बढ़ रही है, जहां लोग सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर लेते हैं। धार्मिक स्थलों का निर्माण भी इसी उद्देश्य से किया जाता है। यह स्थिति स्थानीय प्रशासन की लापरवाही या मिलीभगत का परिणाम है। अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है, लेकिन यह निर्माण की शुरुआत पर होनी चाहिए। अतिक्रमणकर्ताओं पर कठोर दंड लगाया जाना चाहिए ताकि यह अन्य लोगों के लिए एक चेतावनी बने।
अमृतलाल मारू, इंदौर, म.प्र.

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प्रतिभा से न्याय हो

चार अक्तूबर के दैनिक ट्रिब्यून में दिनेश सी. शर्मा के लेख में यह बात प्रमुखता से उठाई गई है कि विज्ञान पुरस्कारों में राजनीतिक हस्तक्षेप समस्या बन चुका है। चयन समिति द्वारा योग्य वैज्ञानिकों को राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाता है, लेकिन अंतिम निर्णय गृह मंत्रालय द्वारा किया जाता है। इसके चलते 175 वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने इस हस्तक्षेप का विरोध किया है। राजनीतिक विचारधारा के आधार पर पुरस्कार देने से योग्य वैज्ञानिकों की अनदेखी होती है, जिससे वे निरुत्साहित होते हैं। नि:संदेह, विज्ञान पुरस्कारों को राजनीति से ऊपर रखना चाहिए ताकि प्रतिभा को मान्यता मिल सके।
शामलाल कौशल, रोहतक

युद्ध रोका जाए

पश्चिम एशिया में फलस्तीन और इस्राइल के मध्य चल रहे युद्ध को एक वर्ष बीत गया। इस युद्ध में हुए विनाश की तस्वीरें बहुत ही हृदयविदारक हैं। इस्राइल द्वारा गाजा पट्टी को लगभग नेस्तनाबूद कर दिया गया है। अब यह युद्ध गाजा पट्टी तक सीमित न होकर लेबनान और ईरान तक फैल चुका है। यदि लड़ाई विस्तृत होती है तो विश्व युद्ध से इनकार नहीं किया जा सकता है। जंग को रोके जाने के प्रयास नजर नहीं आते। इस युद्ध को हर हाल में रोका जाना चाहिए।
सुरेन्द्र सिंह, महम

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