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07:15 AM Sep 28, 2024 IST

चुनौती और समाधान
मोदी सरकार ‘एक देश, एक चुनाव’, ‘एक देश, एक पेंशन’, ‘एक देश, एक कार्ड’, ‘एक देश, एक संविधान’ और ‘एक देश, एक भाषा’ जैसे मुद्दों पर तेजी से काम कर रही है। भाजपा (एनडीए) ने सत्ता में आते ही जनहित और देशहित में कार्य आरंभ किया, जिससे लोगों को सरलता और सुलभता मिल सके। इसके विपरीत, कांग्रेस की कार्य प्रणाली ‘एक परिवार’ के हितों के इर्द-गिर्द घूमती है। कांग्रेस में अनुभवी और सक्षम लोग हैं, लेकिन वह परिवारवाद की राजनीति को बढ़ावा देकर खुद को ‘एक परिवार की पार्टी’ के रूप में प्रस्तुत कर रही है।
शकुंतला महेश नेनावा, इंदौर, म.प्र.

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सार्थक नसीहत
‘जज सुनवाई के दौरान किसी भी अवांछित टिप्पणी से बचें।’ यह महत्वपूर्ण टिप्पणी सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की है। हाल ही में, कर्नाटक के एक न्यायाधीश ने राज्य के एक भूभाग को पाकिस्तान जैसा बताने की टिप्पणी की, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। न्यायाधीश ने माफी मांग ली। कोर्ट ने कहा कि ऐसी टिप्पणियां क्षेत्रीय अखंडता के विपरीत हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि लाइव स्ट्रीमिंग बंद नहीं की जा सकती, और जजों को संवैधानिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए फैसले देने चाहिए। यह फैसला नजीर साबित होगा।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली

भारत की आकांक्षा
मोदी की रूस, यूक्रेन और अमेरिका की यात्रा के दौरान, भारत विश्व के अधिकांश देशों में चर्चित रहा है। संपादकीय ‘यूएन को आईना’ में उल्लेखित है कि भारत, जो आतंकवाद की समाप्ति, शांति और अहिंसा का पुजारी है, विश्व का सबसे बड़ा प्रजातांत्रिक देश है। जी-20 सम्मेलन का सफल आयोजन और निर्विघ्न चुनाव इस बात का प्रमाण है कि भारत की वैश्विक भूमिका महत्वपूर्ण होनी चाहिए। चीन जैसे विस्तारवादी देशों की बात सुनने के बजाय, भारत की आकांक्षाओं का सम्मान किया जाना चाहिए और सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता तुरंत दी जानी चाहिए।
बीएल शर्मा, तराना, उज्जैन

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