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दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं
हिन्दुओं के मंदिरों में तोड़फोड़ व बर्बरता की जो घटनाएं बांग्लादेश में घटित हुई हैं वह बहुत बड़ी साजिश की तरफ़ इशारा कर रही है। मुस्लिम देशों में भारतीयों पर इस तरह हमले बहुत से सवालों को जन्म दे रहे हैं। भारत को इस हिंसा व हिन्दुओं पर बर्बरता पर आवाज उठानी चाहिए। भारत के विपक्षी दल इस हिंसा पर क्यों चुप हैं। हर सुख-दुख में भारत ने जिस देश को सहयोग दिया, उनके नागरिकों को शरण दी, हमेशा मैत्रीपूर्ण संबंधों के पक्षधर भारतीय समुदाय व उनकी सनातन आस्था पर हमला पीठ पर खंजर घोंपने के समान है।
हरिहर सिंह चौहान, इंदौर, म.प्र.
विदेशी साजिश
बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर चला छात्र आंदोलन कालांतर में हिंसक हो गया। अंततः सेना ने सत्ता पलट कर दिया । यह कोई अचानक होने वाली घटना नहीं है। यह विदेशी शक्तियों के जरिए बांग्लादेश की सेना के माध्यम से सरकार को हटाने का षड्यंत्र रचा गया था। बांग्लादेश भारत संबंधों की निकटता चीन पाकिस्तान को खल रही थी। इसमें हसीना की सरकारी गुप्तचर सेवा, अंगरक्षकों की नाकामयाबी भी उजागर होती है। भारत को अब और अधिक सजग और ताकतवर बनना होगा!
विभूति बुपक्या, खाचरोद, म.प्र.
स्वदेशी उत्पाद
सात अगस्त को देश में राष्ट्रीय हथकरघा अर्थात् हैंडलूम दिवस मनाया जाता है। केंद्र सरकार देश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए हमेशा तत्पर रहती है। हैंडलूम के उत्पादों को दुनिया के दूसरे देशों में पहुंचाने के लिए सरकार काम कर रही है। केंद्र सरकार समय-समय पर हथकरघा सामान की देश-विदेश में प्रदर्शनियां भी आयोजित करती रहती है ताकि हथकरघा को विदेशों में भी पहचान मिले। ग्रामीण क्षेत्रों में हथकरघा उद्योग लोगों के रोजगार का जरिया भी है। लोगों को चाहिए कि वे इस सामान को खरीदने में रुचि दिखाएं, ताकि देश में हथकरघा उद्योगों को बढ़ावा मिले।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर