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राजनीति का चित्र
‘खटोला अपना, लाठी बेगानी’ शीर्षक से चरणजीत भुल्लर की रोचक शैली में लिखी रपट पंजाब के एक राजनीतिक दल के अंदरूनी माहौल और उसके मुखिया पर तंज करती प्रतीत हुई। सत्तासीन दलों से बग़ावत करने वालों से कैसे निपटा जाता है और जरूरत पड़ने पर उन्हें कैसे बगलगीर कर लिया जाता है, उक्त रपट में बड़े चुटीले अंदाज़ में बताया गया है। अपने निजी हितों के लिए दूसरे दलों में विभाजन करवाने के कुछ उदाहरण देकर पत्रकार ने राजनीतिक कार्यशैली का अच्छा चित्र खींचा है। लेकिन चौटाला परिवार में विभाजन के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराना तथ्यात्मक भूल है। चौटाला परिवार में दूरियां आपसी हितों के टकराव की वजह से पैदा हुई हैं न कि किसी दूसरे की कूटनीतिक चाल के कारण।
ईश्वर चन्द गर्ग, कैथल
चीन की उपलब्धि
गत 25 जून को चीन ने वह कर दिखाया जो खुद को अंतरिक्ष की महाशक्ति मानने वाला अमेरिका भी नहीं कर सका। चीन के चांग ई-6 मिशन में चांद के ‘फार साइड’ यानी सबसे दूर वाले इलाके से 2 किलोग्राम तक चट्टानों के टुकड़े और मिट्टी के नमूने लाकर एक नया इतिहास बना दिया। चांग ई-6 अपने साथ चांद के जो नमूने लेकर आया है, वह अंतरिक्ष के गूढ़ रहस्य खोल सकता है। माना जा रहा है कि यह मिट्टी उसी दौर की है, जब चांद का निर्माण हुआ होगा। वैज्ञानिक अब इस मिट्टी के नमूनों के जरिये सोलर सिस्टम के बनने की गम्भीरतापूर्वक खोज कर सकेंगे।
लक्ष्य, जीजेयू, हिसार
तैयारी भी हो
आठ जुलाई के दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर ‘चीन सीमा पर भारत ने स्थापित की बुद्ध की प्रतिमाएं’ विषय पर प्रकाश डालने वाली थी। भारत के इस प्रयास को आध्यात्मिक तथा कूटनीतिक दृष्टि से देखते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने चीनी समकक्ष के साथ बातचीत में कहा था कि सीमा पर तनाव का होना दोनों देशों के लिए ठीक नहीं। ड्रैगन जैसा विस्तारवादी, महत्वाकांक्षी तथा परमाणु शक्ति संपन्न देश महात्मा बुद्ध के शांति के संदेश को नहीं समझ सकता। हमें उसका मुंह तोड़ जवाब देने में कोताही नहीं बरतनी चाहिए।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
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