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चीन के मंसूबे
पीओके में चीन ज्यादा ही दिलचस्पी दिखा रहा है। चीन की मंशा शुरू से ही जहां से जैसे भी हो दुनिया के अन्य देशों की अधिकतम भूमि को हड़पने की रही है। आज सभी देशों के साथ उसका भूमि विवाद चल रहा है। अन्य छोटे देशों को ऋण के झांसे में फंसा कर धीरे-धीरे उन पर आधिपत्य जमाने में लगा हुआ है। भारत को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सशक्त और अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति को अपने पक्ष में करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना होगा। जैसा कि अभी चाबहार समझौता किया गया।
सुभाष बुड़ावन वाला, रतलाम, म.प्र.
प्रेरक कथानक
बारह मई के दैनिक ट्रिब्यून अध्ययन कक्ष अंक में प्रभा पारीक की ‘पाक साफ’ कहानी मनभावन, शिक्षाप्रद रही। पति-पत्नी के लिए गृहस्थ गाड़ी की सुख-शांति, समृद्धि हेतु वैचारिक धरातल पर आपसी सहमति सामंजस्य आवश्यक हैं। कथा नायिका का वैवाहिक जीवन में धीर, उदार चरित्र नारी शक्ति का एकांगी पक्ष प्रेरणास्रोत रहा।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
चुनावी मुद्दा
सांसद स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट को राजनीतिक दलों और नेताओं ने चुनाव में बहस का एक मुद्दा बना दिया है। आप पार्टी इसे भाजपा की साज़िश क़रार दे रही है। जांच पड़ताल के बाद सच तो सामने आ ही जाएगा पर नेताओं और पार्टियों को सार्वजनिक रूप से कुछ बोलने से पहले मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए।
अभिलाषा गुप्ता, मोहाली
मानवीय पहल
भारत ने करीब तीन सौ अल्पसंख्यक लोगों को जो अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में प्रताड़ित होकर भारत आए थे, भारत की नागरिकता प्रदान कर दी है। भारत ने ऐसा करके संवेदना और मानवता की मिसाल कायम की है। विपक्ष का कहना कि उनकी सरकार बनने के बाद ये कानून रद्द कर देंगे, तो इससे अल्पसंख्यकों के हितों पर कुठाराघात होगा।
भगवानदास छारिया, इंदौर