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मधुर रिश्तों का बजट
वित्तमंत्री द्वारा संसद में वर्ष 2024-25 का अंतरिम बजट पेश किया गया जिसमें नेबर हुड फर्स्ट नीति के तहत 18050 करोड़ की राशि को बढ़ाकर 22154 करोड़ कर दिया है। संकेत हैं कि पड़ोसी देशों के साथ संबंध मधुर हो और परस्पर सहयोग की भावना को बल मिले। वहीं मालदीव के लिए करीब 770 करोड़ रुपए की धनराशि रखी गई है। लेकिन मालदीव के राष्ट्रपति का भारत के प्रति दृष्टिकोण सकारात्मक नहीं रहा है। इसके अलावा श्रीलंका, नेपाल को मदद देने का प्रावधान रखा गया है। भारत की विदेश नीति से देश की साख मजबूत होगी और पड़ोसियों के साथ सम्बंध मज़बूत होंगे।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली
लोकतंत्र की शर्त
राजनीति में सुधार के लिए जनता को ही एकजुट होकर भ्रष्टाचारी, घोटालेबाज, धनबलधारियों और बाहुबलियों को हराने के लिए मतदान करना चाहिए। राजनीतिक दल भी सिर्फ जीत सकने वाले उम्मीदवार को ही टिकट देते हैं! जिसमें अधिकांश धनबल और बाहुबल के आधार पर चुनाव जीतते हैं। दूसरे चुनाव आयोग को मुफ्त की रेवड़ियां बांटने पर भी सख्त पाबंदी लगानी चाहिए। यह एक तरह की मतदाताओं को दी जाने वाली रिश्वत ही है। मतदाताओं को भी प्रजातंत्र के हित में सही उम्मीदवार को ही वोट देना चाहिए।
विभूति बुपक्या, खाचरोद म.प्र.
दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम
हि.प्र. के बद्दी फैक्टरी में आग लगने से कई मजदूर जिंदा झुलस गए, तो कुछ मौत की नींद सो गए। इस घटना के बाद सरकार, प्रशासन नींद से जागेगा और इसकी जांच के आदेश देकर कुछ नसीहतें देगा। आखिर ऐसे हादसों से सबक लेते हुए पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं करते हैं? देखना होगा कि बद्दी हादसे से कितना सबक लेते हैं। आग पर नियंत्रण के लिए कितने गंभीर होते हैं।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर
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