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न्याय की औपचारिकता
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया गया इसलिए न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। देश गवाह है कि विपक्ष ने संसद की गरिमा का किस कदर हनन किया था। न बोलने देने की बात वो पार्टी कर रही है जिसने विरोध के स्वर दबाने के लिए आपातकाल लगाया। विपक्षी सांसदों व अखबारों तक की बोलती बंद कर दी थी। ऐसे में उनकी न्याय यात्रा केवल औपचारिकता मात्र है।
ईश्वर चन्द गर्ग, कैथल
चीनी दबाव में
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार ने भारत के लिए मालदीव से अपने सैन्य कर्मियों को वापस लेने की समय सीमा 15 मार्च तय की है। चीन के साथ मुइज्जू की मुलाकात के बाद उसने यह कदम उठाया। खास बात है कि मालदीव को भारत से पर्यटन से आर्थिक रूप से काफ़ी लाभ मिलता है, अब यह विरोध मालदीव पर गहरा असर डाल सकता है। मुइज्जू को फूंक-फूंक कर कदम आगे बढ़ाना चाहिए।
मोहम्मद तौकीर, पश्चिमी चंपारण
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