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अंधेरा भगाने का वक्त
ग्यारह नवंबर के दैनिक ट्रिब्यून में प्रमोद जोशी का लेख ‘जीवन के हर क्षेत्र से अंधेरा भगाने का वक्त’ देश-विदेश के विभिन्न धर्मों तथा मत-मतांतरों द्वारा दिवाली मनाए जाने का वर्णन करने वाला था। वास्तव में भारत एक त्योहारों का देश है। दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन से धन समृद्धि में वृद्धि होती है। लेकिन इस त्योहार पर पटाखों के कारण जो प्रदूषण फैलता है उसको भी समझने की जरूरत है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि दिवाली पर खिलौने, दीये अपने देश में ही बने हुए होने चाहिए ताकि देश का पैसा देश में ही रहे। दिवाली के पर्व से शिक्षा लेते हुए अज्ञानता से ज्ञान की तरफ बढ़ने की जरूरत है।
शामलाल कौशल, रोहतक
भारत की स्पष्टता
ग्यारह नवंबर के दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित एक खबर ‘भारत ने अमेरिका के सामने उठाया कनाडा का मुद्दा’। अमेरिका के विदेश मंत्री तथा रक्षा मंत्री के भारत आगमन पर सरकार ने उनके सामने कनाडा में चल रही भारत विरोधी खालिस्तानी गतिविधियां का मामला उठाया। इसमें कोई शक नहीं कि कनाडा सरकार वहां रह रहे प्रवासी सिख समर्थकों से चल रही है। इनमें से कुछ भारत विरोधी खालिस्तान आंदोलन को बढ़ावा दे रहे हैं। भारत ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल