आपकी राय
जवाबदेही जरूरी
बारह अक्तूबर के दैनिक ट्रिब्यून में विश्वनाथ सचदेव का लेख ‘मीडिया को ‘गैंग’ और ‘गोदी’ में बांटना चिंताजनक’ मीडिया के अपने कर्तव्य को पूरा न करने पर व्यथा प्रकट करने वाला था। पत्रकारों को वास्तविक स्थिति के बारे में सरकार तथा लोगों को तत्परता तथा निष्पक्षता से अवगत कराना चाहिए। सरकार को भी चाहिए कि वह मीडिया की आवाज को सुने, उसके प्रश्नों का उत्तर दे। पत्रकारिता की विश्वसनीयता, स्वतंत्रता, निडरता तथा लोगों की आवाज के तौर पर काम करना सफल लोकतंत्र के लिए जरूरी है।
शामलाल कौशल, रोहतक
हर खेल को तरजीह
‘पदकों का शतक’ संपादकीय लेख में इस बात पर जोर दिया गया है कि खिलाड़ियों को पुरस्कार के साथ-साथ उनका आर्थिक उत्थान भी किया जाए। भारतीय खिलाड़ियों ने पदक तालिका में एक सौ सात पदकों के साथ चौथा स्थान प्राप्त कर देश का नाम रोशन किया है। वहीं परंपरागत खेल कबड्डी, हॉकी में स्वर्ण प्राप्त कर इतिहास रच दिया है। समय आ गया है कि सभी खेलों के साथ एक समान व्यवहार होना चाहिए जिससे भारत ओलंपिक में भी पदक तालिका में उच्च स्थान पर आसीन हो सके।
भगवानदास छारिया, इंदौर
अतार्किक कवायद
इस्राइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को लेकर कांग्रेस ने फिलिस्तीन के लोगों का समर्थन करने का निर्णय लिया है। इससे पहले भी कई मौकों पर कांग्रेस फिलिस्तीन के समर्थन में खड़ी दिखाई दे चुकी है। ऐसी आतंकवादी घटना का समर्थन करके कांग्रेस ने वोटों के लिए केंद्र सरकार के निर्णय के खिलाफ एक अंतर्राष्ट्रीय मामले में विपरीत प्रस्ताव पास करके अपनी असली सोच का खुलासा कर दिया है।
सुभाष बुड़ावनवाला, रतलाम, म.प्र.
हमारी जवाबदेही
दैनिक ट्रिब्यून के संपादकीय ‘स्वच्छांजलि के संकल्प’ में उल्लेख है कि नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और सफाई कर्मियों के सहयोग और श्रमदान से सफाई सतत होनी चाहिए। ‘कचरामुक्त भारत’ संकल्प को यदि अच्छा प्रतिसाद मिलता रहा, तो शीघ्र ही इसे जन आंदोलन के रूप में हर नागरिक अवश्य स्वीकार करेगा।
बीएल शर्मा, तराना, उज्जैन