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बुजुर्गों की सुध
दो अक्तूबर के दैनिक ट्रिब्यून का संपादकीय ‘बढ़ती उम्र की आबादी’ भारत में तेजी से बढ़ती बुजुर्गों की आबादी का विश्लेषण करने वाला था। किसी देश का विकास, कल्याण, व्यापार तथा सुरक्षा युवा पीढ़ी पर निर्भर करते हैं। वर्ष 1991 में बुजुर्ग आबादी का प्रतिशत 6.8 था, वर्ष 2036 तक यह आंकड़ा 15 प्रतिशत हो जाएगा। ऐसी स्थिति में बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा की ज्यादा जरूरत है। बढ़ती बुजुर्गों की आबादी के मद्देनजर सरकार का नैतिक कर्तव्य बनता है कि उनकी पेंशन, चिकित्सा सुविधा तथा बुनियादी जरूरतें समय पर पूरी की जायें। इसके लिये अभी से तैयारी करनी होगी। सरकार को ऐसी नीतियां बनानी होंगी जो आने वाले समय में बुजुर्गों के कल्याण में सहायक हों। बुजुर्ग देश की धरोहर हैं।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
सार्थक कदम
कनाडा में आतंकवादी निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा ने भारत पर मनगढ़ंत आरोप लगाए। भारतीय विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने साफ कह दिया है कि भारत किसी भी अनर्गल आरोप या दबाव को स्वीकार नहीं करेगा और अमेरिका का तो इस पूरे मामले में कोई रोल ही नहीं बनता है। इस मामले में भारत का रुख स्पष्ट है। खालिस्तानियों के मंसूबों को भांपते हुए भारत में उनके विरुद्ध बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
विभूति बुपक्या, खाचरोद, म.प्र.
भारत का दम
एशियाई खेलों में भारत ने 13 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। पहली बार एक दिन में 15 पदक जीते हैं। एशियाई खेलों के आठवें दिन तक भारत के पास कुल 52 पदक आ गये थ्ो, जिससे भारत पदकों का अर्धशतक पूरा कर चुका है। इस वर्ष पुरुषों के साथ-साथ भारतीय महिलाओं ने भी पदक जीतने में इतिहास रचा है। हमने दुनिया को दिखाया है कि भारत के खिलाड़ी जब भी मैदान में उतरते हैं, विजय हासिल करते हैं।
मुस्कान सैनी, पीयू, हिंदी विभाग
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