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07:11 AM Sep 27, 2023 IST

अपरिपक्व नेतृत्व

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की बयानबाजी के बाद भारत ने अपना रुख कड़ा कर लिया है। भारत ने विदेशी धरती से खालिस्तान के मुद्दे को हवा देने वालों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। वहीं राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 19 गैंगस्टरों और खालिस्तानी समर्थकों की एक लिस्ट जारी की है। इन सभी की संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। भारत ने कनाडा से साफ कहा है कि वहां पर कट्टरपंथी तत्वों की हरकतों पर अंकुश लगाए। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की बयानबाजी ने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और संबंधों को सबसे निचले स्तर पर पहुंचा दिया है।
हितेश कुमार, पीयू

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विश्वास में दरार

चौधरी देवीलाल के जन्म दिवस समारोह पर कैथल में विपक्षी दलों का जमावड़ा देखने को मिला लेकिन इंडिया गठबंधन में दरारें स्पष्ट और अविश्वास भी दिखाई दिया। विपक्षी एकता मुहिम के सूत्रधार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं पहुंचे। आम आदमी पार्टी का कोई नेता मौजूद नहीं था। गठबंधन की बड़ी साझेदार कांग्रेस ने इस ऐतिहासिक रैली का बायकाट किया है। हरियाणा में यदि इंडिया गठबंधन कामयाब नहीं होता है तो बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली

महानायकों का स्मरण

तेईस सितम्बर के दैनिक ट्रिब्यून में आरती राव का लेख 1857 की जनक्रांति के अग्रणी महानायक को पढ़कर ज्ञात हुआ कि देशी राजाओं में अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांति की ज्वाला जगाने वालों में महान स्वतंत्रता सेनानी राव तुलाराम प्रमुख अगुवाओं में से एक थे। अहीरवाल क्षेत्र रेवाड़ी के राजा राव तुलाराम ने सत्रह म‌ई, 1857 को स्वतंत्रता की घोषणा कर दी थी। युद्ध में अंग्रेज सेनापति कर्नल जेरार्ड मारा गया। राव तुलाराम ने भीषण युद्ध के बाद भी हार नहीं मानी और विदेशों में जाकर भारत की आजादी पर विचार किया।
जयभगवान भारद्वाज, नाहड़

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