आपकी राय
सोच बदलें
हर धार्मिक त्योहार को मनाने की अलग-अलग परंपराएं और साधन हैं। ये साधन लोगों द्वारा खरीदे जाते हैं। नुकसानदायक होने के बावजूद अगर ऐसी चीजों की धड़ल्ले से बिक्री होती है तो उसमें जनता भी बराबर की दोषी है। संक्रांति पर्व पर चाइना डोर के नुकसान से आम आदमी वाकिफ है। दिखावे के लिए इन्हें रोकने की कार्रवाई भी होती है मगर नतीजा सिफर। इसी प्रकार प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी आराध्य देवों की मूर्तियां पर्वों पर आराधना के बाद विसर्जन पर जल में प्रदूषण पैदा करती हैं। अगर कानून इसे सख्ती से नहीं रोक पाया तो हम भी उसके लिए बराबर के जिम्मेदार हैं।
अमृतलाल मारू, इन्दौर
वसुधैव कुटुंबकम्
जी20 की अध्यक्षता कर भारत ने ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की अवधारणा पर जोर दिया। इसके साथ विश्व के देशों से शांति स्थापित करने में सहयोग मांगा। विकासशील देशों की आर्थिक मदद के लिए विकसित राष्ट्र का ध्यान आकृष्ट किया। इस ऐतिहासिक जी20 बैठक में अफ्रीकी यूनियन को भी इस संगठन में शामिल कर लिया गया। इस बार के सम्मेलन का थीम - ‘एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य’ रखा गया है ताकि दुनिया में लोकतंत्र को जीवित रखा जाये और विकासशील देशों को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए आर्थिक मदद की जाये।
डिम्पी चौधरी, चंडीगढ़
फिर विचार करें
इंडिया गठबंधन द्वारा टीवी न्यूज़ चैनल के 14 एंकरों की डिबेट में शामिल न होने का फैसला एक गंभीर मसला है। ऐसा संभवत: पहली बार हुआ है कि 28 राजनीतिक दलों ने कुछ चैनलों का बहिष्कार किया है। इंडिया गठबंधन के अपने तर्क हैं लेकिन बीजेपी ने इंडिया गठबंधन के मीडिया बहिष्कार की कड़ी आलोचना करते हुए टारगेटेड एवं हिट लिस्ट की संज्ञा दी है। भारत में मीडिया को आजादी है जिसे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ की संज्ञा दी जाती है। इंडिया गठबंधन को अपने निर्णय पर भी विचार करने की आवश्यकता है।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली