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चीन को जवाब
नौ सितंबर का दैनिक ट्रिब्यून का संपादकीय ‘एलएसी को सुरक्षा कवच’ चीन द्वारा एलएसी के अपने क्षेत्र में तेजी से सामरिक दृष्टि से संरचनात्मक विकास को देखते हुए भारत को भी एलएसी के पास अपनी सीमा में इसी प्रकार की तैयारी करने के लिए सुझाव देने वाला था। सुरक्षा की दृष्टि से लद्दाख क्षेत्र में हवाई पट्टी बनाने का प्रयास जरूरी पहल है। भविष्य में चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जहां हमें भारी मात्रा में युद्ध सामग्री तथा सैनिक तैनात करने चाहिए, वहीं हमें ड्रैगन से सतर्क रहने की जरूरत है। भारत को एलएसी पर ज्यादा से ज्यादा सड़कें, पुल, सुरंग तथा हवाई पट्टी बनानी चाहिए तथा अन्य संरचनात्मक विकास करना चाहिए।
शामलाल कौशल, रोहतक
मानव केंद्रित विकास
जी-20 शिखर सम्मेलन में वसुधैव कुटुंबकम् पर एक गहरी सोच समाहित है। इस परिवार में विचारधारा, सीमा, भाषा का कोई बंधन नहीं होता है। जी-20 की अध्यक्षता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का यह विचार कि इस धरती पर मानव जीवन को और बेहतर बनाने के लिए आया है। अब जीडीपी केंद्रित दृष्टिकोण से मानव केन्द्रित दृष्टिकोण, ग्लोबल सप्लाई चेन की पहचान, वैश्विक संस्थानों में सुधार उनकी अध्यक्षता में उत्प्रेरक के रूप में हुआ है। अब भारत की तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था और डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी, डायवर्सिटी और डेवलपमेंट में बढ़ने वाला भारत सभी जी-20 के सदस्यों के लिए एक प्रत्यक्ष अनुभव रहेगा।
भगवानदास छारिया, इंदौर
सख्त हो सज़ा
पंजाब में इन दिनों नशे का कारोबार फलफूल रहा है। सरकार और पुलिस की ढुलमुल नीतियों के कारण नशे के कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं। इस तरह नशे का कारोबार चलता रहा तो युवा पीढ़ी बर्बाद हो जाएगी। सरकार को सख्त रवैया अपनाना होगा। पंजाब में नशे के खिलाफ एंटी ड्रग्स कमेटियां भी एक्टिव हो गई हैं। सरकार को इस तरफ ध्यान देकर नशे कारोबारियों की धरपकड़ कर उन्हें सख्त सजा देनी चािहए।
कांतिलाल मांडोत, सूरत